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ADHURE ALFAAZ / अधूरे अल्फ़ाज

Author Name: The Writing Ethics Publication | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

अधूरे अल्फ़ाज़

 यह पुस्तक सिर्फ शब्दो की नही बल्कि उन सभी एहसासों की है जो शब्दो से सजकर भी अनछुए या अनकहे रह जाते है ।
  एहसास बहुत सुनहरे होते है  एक ही एहसास किसी को खुशी तो किसी को गम दे जाता है । एहसासों की दुनिया हमेशा  पूरे होने की दहलीज पर खड़ी रहती हैं जो किसी के लिए पूरे तो सामने वाले के लिए अधूरे रह जाते है ।
    यदि कोई ख्वाहिश पूरी हों जाए तो सफलता , ना हो तो उसे नाकामी  का नाम दे दिया जाता है ।
  पर इस सफलता और नाकामी के बीच के सफर को कोई याद नही रखता । 
  बस कोशिश करते है समझने की कुछ अनसुलझे एहसासों को ।
   कि सब कुछ पास होकर भी हार गया । राहों के कांटे सहकर भी मंजिल तक ना पाया ।यही हमारी कोशिश अधूरेपन का स्वरूप ले लेती हैं।
   लोग अक्सर कहते हैं प्यार हासिल ना होना ही अधूरा कर जाता हैं।
   पर मेरा ऐसा मानना है कि अधुरापन सिर्फ प्रेम के फलस्वरूप नही आता ये तो हर एहसास की मंजिल और शुरुआत के बीच फंसी कोशिश के फलस्वरूप जन्म लेता हैं ।
    इस संकलन के माध्यम से पाठकों को विभिन्न भावो  की रचना अपने जीवन के पहलुओं याद करने का मौका मिलेगा ।
  
    धन्यवाद सा
                 अभिषेक जैन

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दी राइटिंग एथिक्स पब्लीकेशन

" अल्फाज़ो से कम पहचान करता हूं
  उनके छिपे एहसासों से जो मुलाकात करता हूँ।" 
अभिषेक जैन जो राजस्थानी है । जिनका जीवन मध्यमवर्गीय परिवार के संघर्षों के बीच गति पकड़ता रहा । लिखने का शोक इनके अनुभव और रूढ़िवादिता के नियमो के संघर्ष से उत्पन्न हुआ  । यह अपने  एहसासों और अनुभवो को जिंदगी के पहलुओं से जोड़कर व्यक्ति के विचारों को छूने की कोशिश करने वाले लेखक है । यह अपने विचारो को कागज पर उतारने की कोशिश करते रहते है इनका मानना है अल्फाज़ो से बड़ा हथियार कुछ नही होता ये जख्म देते भी है और उन्हें भरते भी । इनके विचारों से आप इनके इंस्टाग्राम @ajain_words पर मुलाकात कर सकते है  ।

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