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Antim Jhalak / अंतिम झलक Sarkar ki Duniya

Author Name: Jitendra Kumar Sarkar | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

मैंने अपने जीवन में हमेशा खुद को औरों से अलग पाया है। मैं अपने विचारों में शांति, व्यवहार, समानता, सामाजिक सद्भाव और प्रेम -भाईचारे पर जोर देता हूं।

आज कल जिस तरह से लोगों को जाति, धर्म, ऊंच- नीच आदि के नाम पर समाज में बुराई फैल रही है, मैं उसका विरोध करता हूं।। मैं केवल प्रकृति को ही ईश्वर के रूप में मानता हूं। अतः मैं प्रकृति को ही अपनी दुनिया मानता हूं। क्योंकि मेरा मानना है कि आज की दुनिया में मानव -मानव का शोषण करता है, यहां तक कि निजी स्वार्थ में अपना अपने ही लोगों पर घात कर देता है। और एक तरफ प्रकृति है जो कि मानव को व अन्य सभी प्राणियों को निस्वार्थ सबकुछ अर्पित करती है।

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जितेंद्र कुमार सरकार

सभी पाठकों को बताना चाहता हूँ कि मैं जितेन्द्र कुमार 'सरकार' एक लेखक व कवि हूं । किंतु इन सबसे पहले मैं एक आर्टिस्ट (कलाकार)हूं। मैं राजस्थान निवासी दौसा जिले की तहसील सिकराय में पाटन गांव का रहने वाला हूं। मैं अभी विधार्थी वर्ग से ही आता हूं। मगर इस कला के क्षेत्र में मेरे अंदर की जागी हुई बहुमुखी प्रतिभा ने मुझे प्रेरित किया और मैं निरंतर इसी क्षेत्र में आगे बढ़ता आया हूं। इसी के साथ मैं सामाजिक कार्यों में भी आवाज उठाता आया हूं। 

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