Share this book with your friends

BADALTI SOCH / बदलती सोच

Author Name: Nikhil Jain, Dr Mahek Agrawal | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

"बदलती सोच" एक ऐसी पुस्तक जिसमें प्रयास किया गया है रूढ़िवादिता, दकियानूसी विचार, बेबुनियाद दलीलों और पाश्चात्य से जुड़ी सोच में परिवर्तन करके उन्हें नए रूप में प्रस्तुत किए जाने का। हमारे समाज में आज भी कुछ कुप्रथाएं, कुंठाए जड़वंत रूप से अपना अस्तित्व ठोस बनाए हुए है जिन्हे मानव हित की दृष्टि से देखा जाए तो वह मानव के अहित और विनाश का कारण है इन्हीं परंपराओं को जहन में रखकर हमने आंशिक प्रयास किया है ऐसी सोच और कुरुतियों में कुछ बदलाव लाने का "बदलती सोच" के माध्यम से।बदलती सोच एक समावेश है नए विचारों, नए अनुभवों एवं नए प्रयासों का। जिसके भीतर प्रकाशित प्रत्येक रचना में आप नवीनता की अनुभूति करेंगे। हमारे प्रत्येक लेखक ने यह प्रयास किया है कि इस पुस्तक का हर वर्ण इस पुस्तक के नाम और उद्देश्य को पूर्ण कर सके और पढ़ने वाले की सोच में एक अमिट छाप छोड़ जाए ताकि उनकी सोच में कुछ बदलाव अवश्य ही हो।इस पुस्तक का एकमात्र उद्देश्य पढ़ने वालों के नजरिए में क्रांतिकारी परिवर्तन लाना है यदि इस पुस्तक के माध्यम से पाठकों की सोच में नवीनता आती है तो इस पुस्तक का संकलन सफल माना जाएगा। तो एक कदम बढ़ाते है "बदलती सोच" के साथ अपने नजरिए को बदलने की ओर।

Read More...

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Sorry we are currently not available in your region.

Also Available On

निखिल जैन‚ डाॅ महक अग्रवाल

डॉ. महक अग्रवाल महाराष्ट्र की रहने वाली है। वह पेशे से डॉक्टर (दंत चिकित्सक) है।वह पसंद से मनोवैज्ञानिक है और जुनून से लेखिका है। वह अपनी भावना और मन की बात लेखन द्वारा सब तक पहुंचाना चाहती है। इन्हें जिंदगी की चुनौतियों से लड़कर नए सफर पर जाना पसंद है।इनका मानना है एक अच्छा डॉक्टर दवा कम, ख्याल ज्यादा रखने की सलाह देता है।बीमार शरीर के रूप में मन को ठीक किया जाना चाहिए। जीवन केवल एक होता है दूसरों के लिए यह जीवन उपयुक्त है।

निखिल जैन एक 26 वर्ष के नवयुवक है, जो की धुले, महाराष्ट्र से संबंध रखते है।  ये अपना ज्ञान दूसरो के साथ साझा करना, यात्रा करना, नई नई खोज करना और रचनात्मकता का बेहद शौक रखते है। इन्हें लिखना पसंद है और इनका मानना है कि लेखन से हम अपनी आंतरिक भावनाओं का भली भांति बखान कर सकते है। इनके खुद के काफ़ी संकलन "L'amour", "बंधन रिश्तों के", "रूहानी बातें",  "L'amour 2", "Momentos" और "प्रकृति- एक जादुई पिटारा" प्रकाशित भी हो चुके है। ये अपनी शायरी और कविताओ में सरल भाषा का प्रयोग करते है जिससे प्रत्येक व्यक्ति उन्हें आसानी से समझ सके।

Read More...

Achievements

+4 more
View All