इस किताब में मैंने , इस्लाम की वो ज़रूरी तालीम और तर्बियत के बारे में लिखने की कोशिश की है जो हमारी " बुनियाद " बनाती है ।
इसके साथ ही साथ पश्चिमी सभ्यता की तरफ़ झुक रहे लोगों , खा़सकर मुसलमान समुदाय को , हक़ बताने की भी कोशिश की है ।
वैसे तो ये किताब हर उम्र के व्यक्ति के लिए फायदेमंद साबित होगी लेकिन मैं चाहता हूँ , युवा वर्ग इसे जरूर पढे़ ।
मुआशरे में बदलाव के लिए एक ज़रूरी किताब ।