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Darshana Maa - Part 2 / दर्शना मां "मां" एक एहसास भाग - २

Author Name: Bittu Shree Darshanik | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

इस बुक में बिलकुल सच्चाई लिखी है।
इस बुक में मां और बेटे का प्यार अलग ही झलक रहा है।
"मां" की ममता का क्या खूब वर्णन किया है,,
जो कोई नहीं कर सकता वो इस बुक में करा गया है,,।
इस बुक की खासियत यह है की, कोई भी दुःखी मन इसे पढ़े तो वो उसे विश्वास से भर दे और एक नई उम्मीद जगा दे की कितनी भी मुश्किल हो मां का आशिर्वाद ही काफी है, उस मुश्किल से लड़ने के लिए...
और सही है कभी मां सिर्फ एक नहीं होती, मां को तो मेहसूस किया जाता है जो मिल पाता है।
इस बुक में बेटे और मां के प्यार को बहोत खूब बयां करा गया है।

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बिट्टू श्री दार्शनिक

शुरू से ही गुजरात के अहमदाबाद शहर के पले बढे है। लोगो की मदद करना, भावनात्मक पहलू को समझना और उनका सम्मान करना, मोटिवेशन वक्ता, वास्तविकता, कविता लिखना पसंद है। यह लिखी गई वास्तविकता और मोटिवेशन "दार्शनिक दृष्टि" से जानी जाती है। समाज, परिवार और देश को आगे लाने (सुधार और विकास) और अपने विचार हर व्यक्ति तक पहुंचाने हेतु "दार्शनिक दृष्टि" मातृभारती एप्लिकेशन पर नॉवेल के एपिसोड और स्टोरी के रूप में उपलब्ध है।

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