जीवन में एक सच्चे दोस्त की बहुत अहमियत होती है और यदि आप को यह निर्णय लेने में परेशानी हो रही है, कि आप का दोस्त सच्चा है या नहीं, तो आप का यह रिश्ता पहले से ही कठिनाइयों में है। दोस्त तो बहुत होते हैं, लेकिन सच्चे दोस्त केवल थोड़े ही होते हैं और इन्हें पाना बहुत मुश्किल होता है। इन्हें आसानी से पहचाना भी जा सकता है।
सच्चा मित्र आप को, आप जैसे हैं वैसे ही स्वीकार करता है।सच्चे मित्र हमेशा आप के पास रहते हैं। ये लोग, मुश्किल हालात से निपटने में आप की मदद करते हैं और हर घड़ी आप का साथ देते हैं।एक सच्चा मित्र कभी भी आप की पीठ-पीछे बुराई नहीं करता या फिर वह कभी भी आप की चीज़ें नहीं चुराता या आप से झूठ भी नहीं बोलता।सच्चा मित्र हमेशा आप की मदद करने को तैयार रहता है।यदि आप का मित्र किसी और से बात कर रहा है और जब तक आप खुद ही बात शुरू नहीं करते, वो भी आप से बात नहीं करता, एक अच्छा रिश्ता नहीं है।सच्चे मित्र आप को हर चीज़ में शामिल करते हैं।यदि वह आप का सच्चा मित्र है, तो आप को किसी अन्य व्यक्ति के साथ देख कर भी उसे आप से जलन नहीं होगी।किसी समस्या को सुलझाने में, हमेशा अपने मित्र की मदद करें।सच्चा मित्र जो भी बोलेगा आप के सामने बोलेगा, ना की आप के पीछे।सच्चा मित्र हमेशा आप को सम्मान देता है।जब सारी दुनिया आप का साथ छोड़ देगी, तब भी आप का सच्चा मित्र आप का साथ देगा।यदि आप को नहीं लगता कि आप का मित्र, आप का सच्चा मित्र है, तो वो नहीं है।
इन्हीं सब चीज़ों को देखते हुए ये किताब प्रकाशित हुई है,हम अपने शब्दों के माध्यम से दुनिया की इस सच्चाई से अवगत कराने की कोशिश करेंगे।