लगभग हर पढ़ा लिखा मुसलमान जो अरबी जानता है उसने पवित्र कुरान की तिलावत जरूर की होगी और करता भी रहता होगा लेकिन क्या इसके अर्थों को जानना आवश्यक नहीं ? अधिकतर लोग अर्थ ही नहीं जानते कि पवित्र क़ुरआन का क्या संदेश होता है और जो लोग अर्थ के साथ पढ़ते हैं और जानते भी हैं लेकिन उसकी डिटेल नहीं पता होती।
इसी संदर्भ में मैं आपके सामने विश्व की प्रसिद्ध कुरआन की तफसीर पेश की है कृपया इसे पढ़े और लाभ उठाएं।
यदि कोई कमी नजर आए, तब तत्काल अवगत करें ।
धन्यवाद।
शुभकामना सहित