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Subrat SaurabhAuthor of Kuch Woh PalAchievements
कयामत अर्थात प्रलय अर्थात जब से संसार बना है जो भी संसार में है जीवित तथा निर्जीव चीज सब नष्ट हो जाना को ही प्रलय कहते हैं। यह बात विज्ञान भी बताती है कि एक न एक दिन यह धरती संसार पू
कयामत अर्थात प्रलय अर्थात जब से संसार बना है जो भी संसार में है जीवित तथा निर्जीव चीज सब नष्ट हो जाना को ही प्रलय कहते हैं। यह बात विज्ञान भी बताती है कि एक न एक दिन यह धरती संसार पूरा नष्ट हो जाएगा, इसी प्रकार की व्याख्या इस्लाम में भी है जिसको कयामत कहते हैं और इस्लाम में कयामत की क्या निशानियां है? इसका विवरण इस पुस्तक में दिया गया है। उनमें से कुछ घटित हो चुके हैं और ख़त्म हो चुके हैं - हालाँकि उन्हें दोहराया जा सकता है - और उनमें से कुछ प्रकट हो चुके हैं और चल रहे हैं, और कुछ अभी तक नहीं हुए हैं। अर्थात जिस प्रकार से मनुष्य का जीवन नष्ट होने को करीब होता है तो उसको कुछ लक्षण अर्थात निशानी दिखाई देती है इसी प्रकार से जब संसार यह नष्ट होने को होगा तब कुछ कयामत की निशानी जाहिर होगी वह क्या निशानियां है, इस पुस्तक में पढ़ें, ज्ञान बढ़ाएं और इसके अलावा आपको कोई अधिक जानकारी है तो कृपया अवगत काराये आपकी जानकारी को मैं साझा करने का प्रयास करूंगा।
धन्यवाद
Today, Islam is the most widespread religion in the world. The religion of Islam is a symbol of unity because it gives equal place to everyone in the mosque, no one small, no big, no rich, no poor, everyone offers namaz together equally. The two main sects of Islam are Shia and Sunni. But still they agree on belief on three subjects – God, Quran and Prophet.
There is a hadith that Hazrat Muhammad had said that till the Doomsday, Islam wil
Today, Islam is the most widespread religion in the world. The religion of Islam is a symbol of unity because it gives equal place to everyone in the mosque, no one small, no big, no rich, no poor, everyone offers namaz together equally. The two main sects of Islam are Shia and Sunni. But still they agree on belief on three subjects – God, Quran and Prophet.
There is a hadith that Hazrat Muhammad had said that till the Doomsday, Islam will be divided into 73 sects. Don't know which sects the 73 belong to, but still there are many differences and sects between Sunni and Shia. The book discusses the Aqeedah (belief) and Hadith of the sects, along with other famous persons and other topics. Please read it and submit your opinion. If you have any more information or there is any gap in it, please let me know, I will share your information.
Thank you
आज के समय में इस्लाम दुनिया का सबसे व्यापक धर्म है। इस्लाम धर्म एकता का प्रतीक है क्योंकि यह मस्जिद में सभी को एक समान स्थान देता है न कोई छोटा न कोई बड़ा ना कोई अमीर न कोई गरीब सभी
आज के समय में इस्लाम दुनिया का सबसे व्यापक धर्म है। इस्लाम धर्म एकता का प्रतीक है क्योंकि यह मस्जिद में सभी को एक समान स्थान देता है न कोई छोटा न कोई बड़ा ना कोई अमीर न कोई गरीब सभी बराबर से एक साथ में नमाज पढ़ते हैं। इस्लाम के दो मुख्य संप्रदाय शिया और सुन्नी हैं । लेकिन फिर भी इनमें तीन विषयों पर विश्वास पर सहमत है- ईश्वर, क़ुरआन और नबी ।
एक हदीस में है कि हज़रत मुहम्मद ने कहा था कि प्रलय तक 73 फिरकों में इस्लाम बट जाएगा। पता नहीं 73 के कौन से संप्रदाय हैं लेकिन फिर भी सुन्नी और शिया में अनेकों मतभेद व संप्रदाय हैं । इस पुस्तक में संप्रदायों के अकीदा (विश्वास) तथा हदीस पर चर्चा की गई है इसके साथ-साथ अन्य प्रसिद्ध व्यक्तियों तथा अन्य विषयों पर भी चर्चा की गई है। कृपया इसे पढ़ें और अपना विचार प्रस्तुत करें। यदि आपके पास कोई अधिक जानकारी हो या इसमें कोई कमी हो तो अवगत काराये, मैं आपकी जानकारी को साझा करूंगा।
धन्यवाद्
संसार में कुछ रहस्य ऐसे होते हैं जिनको समझना आसान नहीं होता है इस प्रकार से पवित्र ग्रंथ क़ुरआन में भी कुछ शब्द ऐसे हैं जिसमें बड़ा रहस्य छिपा हुआ है, और आज तक इन शब्दों का अर्थ नि
संसार में कुछ रहस्य ऐसे होते हैं जिनको समझना आसान नहीं होता है इस प्रकार से पवित्र ग्रंथ क़ुरआन में भी कुछ शब्द ऐसे हैं जिसमें बड़ा रहस्य छिपा हुआ है, और आज तक इन शब्दों का अर्थ निकलने में लोग असफल रहे हैं क्योंकि इन शब्दों का अर्थ कोई नहीं जान सका है अब तक। क्योंकि अधिकतर उलेमा अर्थात इस्लामी विद्वान का कहना है कि इन अक्षरों को मात्र ईश्वर ही जानता है। लेकिन फिर भी लोगों ने कुछ अनुमानित प्रयास किया है जिसका विवरण यहां दिया गया है। और कुछ अन्य धर्म का भी विवरण दिया गया है।
वास्तव में यह शब्द बहुत ही गंभीर विषय को संबोधित करते हैं, एक प्रकार का गहन संकेत है। कृपया पढ़ें और कोई कमी हो तो जरूर बताएं। यदि आपके पास इससे अधिक जानकारी हो तो कृपया जरूर अवगत काराये, मैं आपकी जानकारी को शाझा करूंगा,
धन्यवाद
जन्नत या स्वर्ग की कल्पना लगभग सभी धर्म में एक विचार के रूप में उपस्थित है, हालांकि जन्नत या स्वर्ग की कल्पना का उद्देश्य इंसान को सही रास्ते पर लाकर उसको स्वर्ग का प्रलोभन देना
जन्नत या स्वर्ग की कल्पना लगभग सभी धर्म में एक विचार के रूप में उपस्थित है, हालांकि जन्नत या स्वर्ग की कल्पना का उद्देश्य इंसान को सही रास्ते पर लाकर उसको स्वर्ग का प्रलोभन देना इसको गलत कार्यों से बचाना है। लेकिन वर्तमान समय में इस विचार का अर्थात स्वर्ग की कल्पना का दुरुपयोग हो रहा है अधिकतर लोग स्वर्ग का प्रलोभन देकर पैसा ऐठ लेते हैं व धर्म की आड़ में बेवकूफ बनाते हैं। लेकिन स्वर्ग है या नहीं यह एक गहन प्रश्न है और न यह जीवन में पूर्णतया स्पष्ट हो सकता है कि स्वर्ग है या नहीं ? क्योंकि स्वर्ग की कल्पना करने के पश्चात ही प्राप्त होती है इसलिए यह विज्ञान के नजर में निरर्थक है। क्योंकि विज्ञान या नास्तिक लोग बिना देखे कुछ भी नहीं मानते इसलिए स्वर्ग की कल्पना उनके लिए निरर्थक है। हालांकि इंसान के जीवन में कुछ ऐसे अनसुलझे रहस्य है जिस पर स्वर्ग के बारे में विचार करना पड़ता है जैसे कि इंसान का जन्म कहां से हुआ वह कहां से आया? इसी प्रकार से मृत्यु के बाद कहां जाता है? क्या होता है और सो जाने के बाद सपने कैसे आते हैं? ऐसे अनेकों प्रकार के प्रश्न दिमाग में बने रहते हैं। इसको भले ही साफ इंकार न करें लेकिन खामोशी जरूर रहती है। जन्नत की कल्पना एक सपने की दुनिया की तरह है जो कि बड़ी ही आनंदमय है लेकिन यथार्थ क्या है ? यह किसी को नहीं पता ।
इसी संबंध में यह छोटी सी पुस्तक अनेकों धर्म के अंदर जो स्वर्ग की कल्पना की गई है उसी के बारे में संक्षिप्त वर्णन है। मुझे जहां तक जानकारी प्राप्त हुई है मैंने सामग्री एकत्रित की है। यदि आपके पास इससे अधिक जानकारी हो तो कृपया अवगत करायें मैं आपकी जानकारी को साझा करूंगा।
तलाक को संसार में एक सबसे खराब काम माना गया है चाहे वह किसी धर्म का हो या समाज का हो क्योंकि इससे घर टूटता है, यदि बच्चे हो तो बच्चों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है लेकिन जब कोई बनने की
तलाक को संसार में एक सबसे खराब काम माना गया है चाहे वह किसी धर्म का हो या समाज का हो क्योंकि इससे घर टूटता है, यदि बच्चे हो तो बच्चों की जिंदगी बर्बाद हो जाती है लेकिन जब कोई बनने की संभावना नहीं होती है तब तलाक एक मजबूरन प्रक्रिया होती है। तलाक आदमी भी दे सकता है और औरत भी, इस्लाम में औरत को तलाक देने का अधिकार खुला के रूप में होता है। बेहतर तो यही है कि विवाह के समय लड़की और लड़का को एक दूसरे को दिखा देना चाहिए और संभव हो सके तो बातचीत भी कर देना चाहिए जिससे जो बातें बाद में निकलती है वह आपस में स्पष्ट हो जाए। हालांकि इस्लाम में इसकी कोई मनाही नहीं है लेकिन समाज ही ऐसा है, यह विचार करना पड़ेगा। यह तय कर पाना बड़ा मुश्किल है कि तलाक के लिए आखिर कौन जिम्मेदार है? क्योंकि इसमें मियां बीवी के साथ-साथ लड़की और लड़के के परिवार की भी अच्छी खासी भूमिका होती है। यदि बच्चे हो तो इंसान तलाक देने से पहले, चाहे औरत हो या आदमी उसको अपने बच्चों के बारे में जरूर सोचना चाहिए यह सोचना चाहिए कि बच्चों के लिए मुझे उनकी खुशियां बर्बाद नहीं करनी है। इसी विषय पर उपलब्ध यह पुस्तक है कृपया इसे पढें यदि कोई अधिक जानकारी हो तो बताएं
धन्यवाद
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सच में एकांत में रहने का एक अलग ही अनुभव होता है क्योंकि एकांत ही एकमात्र साधन है जिससे इंसान अपने बारे में या प्रकृति के बारे में स्वतंत्रता पूर्वक सोच विचार कर सकता है।
यहां
सच में एकांत में रहने का एक अलग ही अनुभव होता है क्योंकि एकांत ही एकमात्र साधन है जिससे इंसान अपने बारे में या प्रकृति के बारे में स्वतंत्रता पूर्वक सोच विचार कर सकता है।
यहां तक की बड़े-बड़े दार्शनिक तथा पैगंबर, अवतार भी इसी प्रकार से एकांत में रहकर सोच विचार करते थे।
पैगंबर तथा अवतार के बारे में तो कहा जा सकता है कि वह ईश्वर के बारे में ही चिंतन मनन करते होंगे लेकिन दार्शनिक तथा अन्य व्यक्ति के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता कि क्या सोचते होंगे ? मुझे लगता है कि वह स्वयं अपने बारे में ही या प्रकृति के बारे में ही सोच विचार करते होंगे। मनुष्य कितना भी व्यस्त रहे लेकिन जीवन में एक या दो बार ऐसे पल आते हैं जिसमें एकांत में रहकर अपने बारे में या प्रकृति के बारे में सोच विचार करता है।
और जब कभी दुख होता है तब भी वह एकांत में रहना पसंद करता है।
इन्हीं सब विषयों पर एकांत में क्यों इंसान रहना पसंद कर लेता है? उसी के बारे में संक्षिप्त विवरण दिया गया है साथ में जो बड़े पैगंबर या अवतार हैं उनके बारे में भी दिया गया है। कृपया इस पुस्तक को पढ़ें और अपनी प्रतिक्रिया दें, जिससे मैं आपकी जानकारी को साझा कर सकूं ।
धन्यवाद
आज भी पवित्र क़ुरआन के बारे में कुछ लोगों का भ्रम व्याप्त है कि यह क़ुरआन मोहम्मद के समय का नहीं है और इसमें परिवर्तन कर दिया गया है। इसी प्रकार से कुछ लोगों का भ्रम है कि शिया की क
आज भी पवित्र क़ुरआन के बारे में कुछ लोगों का भ्रम व्याप्त है कि यह क़ुरआन मोहम्मद के समय का नहीं है और इसमें परिवर्तन कर दिया गया है। इसी प्रकार से कुछ लोगों का भ्रम है कि शिया की क़ुरआन और सुन्नी कुरआन अलग-अलग है।
और यहां तक कुछ लोग कहते हैं कि क़ुरआन पहले 40 पारों में था आप 30 पैरों में सिमट कर रह गया है लेकिन यह मात्र भ्रम है क्योंकि मैं खुद शिया की मस्जिद जाकर क़ुरआन को पढ़ा और देखा तो उसमें एक शब्द का भी कोई परिवर्तन नहीं है । और इसी प्रकार से जितनी पुरानी पांडुलिपियों हैं यदि उसमें कोई परिवर्तन या कमी होती तो पांडुलिपियों से साबित हो जाता क्योंकि पांडुलिपिया पढ़ने योग्य है। ऐसा नहीं है कि प्राचीन पांडुलिपियों क़ुरआन की सब पढ़ी जा चुकी है और सभी को जानकारी है। यदि कोई परिवर्तन होता तो सबसे पहले अरबी जानने वाले अरब के लोग ही इसका विरोध करते और वहीं से प्रचार होता कि क़ुरआन में परिवर्तन हुआ है लेकिन यह कुछ लोगों का मात्र भ्रम है। क्योंकि ऐसा तो रिसर्च करने वाले लोग भी नहीं कहते, यह मात्र कुछ फिरका परस्त लोग ही कहते हैं।
बहरहाल इस पुस्तक को खुद आप लोग पढ़े और जानकारी करें कि क्या ऐसा सोचना सच है ? क्योंकि क़ुरआन का पूरा इतिहास सभी के सामने है और यदि आपको कुछ ऐसा महसूस होता है कि परिवर्तन हुआ है तो कृपया जरूर अवगत काराये, मैं आपकी जानकारी को साझा करने का प्रयास करूंगा ।
धन्यवाद
मनुष्य ने जब पृथ्वी पर जन्म लिया तब उसने पृथ्वी की चीजों को देखा और प्राकृतिक नियमों को नहीं समझ पाया जैसे की बारिश का होना, बिजली कड़कना, आग लगना । इस प्रकार से वह थोड़ा भयभीत हो ग
मनुष्य ने जब पृथ्वी पर जन्म लिया तब उसने पृथ्वी की चीजों को देखा और प्राकृतिक नियमों को नहीं समझ पाया जैसे की बारिश का होना, बिजली कड़कना, आग लगना । इस प्रकार से वह थोड़ा भयभीत हो गया उसके पश्चात उसने सोचा कि इन नियमों को चलाने वाला कोई न कोई जरूर है फिर उसके बाद उसने इस शक्ति का नाम दिया और फिर पूजा शुरू करने लगा। लेकिन प्रथम मनुष्य ने कहां, कैसे और कब पूजा प्रारंभ की ? यह एक अध्ययन का विषय है जिस पर लंबी शोध की आवश्यकता है। लेकिन फिर भी जहां तक बन सका है इस पुस्तक में मैंने प्राचीन पूजा स्थलों का संक्षिप्त विवरण दिया है जो कि सभी धर्म के हैं।
लगभग सभी धर्म के लोग दावा करते हैं कि मेरा धर्म सबसे पुराना है और वहीं से पूजा की प्रारंभ हुई लेकिन यह तो पुरातात्विक खोज- बीन से पता चलता है कि कौन कितना पुराना है । इसी का संक्षिप्त विवरण इस पुस्तक में दिया है कृपया पढ़ें और ज्ञान अर्जित करें यदि कोई कमी हो तो अवगत काराये और कोई आपकी जानकारी में अधिक विषय हो तो बताएं जिससे मैं जोड़ सकूं ।
धन्यवा
द
बाइबल की जो आयतें इस्लामी विश्वास के अनुसार मिलती-जुलती हैं उन्हीं को वह इस्लामी जगत के विद्वान कोट करके एकेश्वरवाद की बात बताते हैं। आज भी इस्लामी विद्वान बाइबल के बारे में कह
बाइबल की जो आयतें इस्लामी विश्वास के अनुसार मिलती-जुलती हैं उन्हीं को वह इस्लामी जगत के विद्वान कोट करके एकेश्वरवाद की बात बताते हैं। आज भी इस्लामी विद्वान बाइबल के बारे में कहते हैं कि अब उसमें मिलावट हो चुकी है क्योंकि उसमें कोई एकेश्वरवाद की शिक्षा नहीं रह गई है लेकिन अभी भी कुछ श्लोक बाइबिल के मौजूद हैं जो की एकेश्वरवाद की तरफ इशारा करते हैं। उन्ही वाक्यों को एकत्र करके इस पुस्तक में वह वाक्य दिए गए हैं जिसमें इस्लाम के विश्वास से मिलते जुलती आयतें हैं। लेकिन मैंने खुद पढ़ा व देखा है कि बहुत सी बाइबल की आयतों में आपस में ही मतभेद उत्पन्न करते हैं क्योंकि जो आयतें इस पुस्तक में कोट है वह शुद्ध एकेश्वरवाद की है लेकिन कुछ आयतें हैं जो की लगता है कि वह बाद में संकलन कर ली गई है।
आप खुद पढ़ कर अवलोकन करें, यदि और कोई शुद्ध आयतें एकेश्वरवाद की तरह तो कृपया बताएं
धन्यवाद
क्या जुल्किफल हीं गौतम बुद्ध है? यह एक खोज तथा विवेचना का विषय है। उन्ही के बारे में यह पुस्तक है, हालांकि गौतम बुद्ध के बारे में अनेक धर्म में उनकी चर्चा की गई है
लेकिन जुल क
क्या जुल्किफल हीं गौतम बुद्ध है? यह एक खोज तथा विवेचना का विषय है। उन्ही के बारे में यह पुस्तक है, हालांकि गौतम बुद्ध के बारे में अनेक धर्म में उनकी चर्चा की गई है
लेकिन जुल किफ्ल की चर्चा पवित्र क़ुरआन में मात्र दो बार की गई है और उनके बारे में इस्लाम में कोई खुलासा नहीं है। अभी भी उनका व्यक्तित्व रहस्यमय है। लेकिन इस्लाम में कुछ लोगों का अनुमान है कि, हो सकता है कि जूलकिफ्ल ही गौतम बुद्ध हो ? लेकिन यह स्पष्ट नहीं है।
कृपया इसे पढ़ें और कोई कमी नजर
आए तो अवगत करायें और अधिक कोई जानकारी हो तो कृपया बताएं मैं आपकी जानकारी को साझा करने का प्रयास करूंगा
धन्यवाद।
आज सारी दुनिया जानती हैं कि इतिहास जानने का स्रोत पवित्र धर्म ग्रंथ भी होते हैं जिससे हमें उस समय का इतिहास पता चलता है। उनमें से पवित्र क़ुरआन भी एक धर्म ग्रंथ है जिससे उस समय का
आज सारी दुनिया जानती हैं कि इतिहास जानने का स्रोत पवित्र धर्म ग्रंथ भी होते हैं जिससे हमें उस समय का इतिहास पता चलता है। उनमें से पवित्र क़ुरआन भी एक धर्म ग्रंथ है जिससे उस समय का इतिहास तथा प्राचीन इतिहास भी पता चलता है। क़ुरआन में बहुत सी ऐसी चीज हैं जो पहले नहीं खोजी गई थी लेकिन अब वह खोजी जा चुकी है उन्हीं का विवरण इस पुस्तक में दिया गया है।
अभी भी बहुत सी चीज इस पुस्तक में रह गई है जो कि आपकी जानकारी में हो तो अवगत करायें, आपके लेख दर्ज करने का प्रयास करूंगा ।
धन्यवा
द
संसार का लगभग हर धार्मिक व्यक्ति प्रार्थना जीवन में अवश्य एक बार जरूर करता है, चाहे वह किसी भी धर्म का हो ।
प्रार्थना हमें इस धर्म की पवित्र पुस्तकों द्वारा जो पैगंबर या अवत
संसार का लगभग हर धार्मिक व्यक्ति प्रार्थना जीवन में अवश्य एक बार जरूर करता है, चाहे वह किसी भी धर्म का हो ।
प्रार्थना हमें इस धर्म की पवित्र पुस्तकों द्वारा जो पैगंबर या अवतारों ने की है उससे पता चलता है कि किस प्रकार प्रार्थना की जाए। वैसे तो कोई भी अनपढ़ व्यक्ति अर्थात जो बिल्कुल पढ़ा लिखा ना हो, तब भी वह ईश्वर से प्रार्थना कर सकता है अपनी भाषा में लेकिन प्रार्थना का सही तरीका हमें पैगंबर की दुआओं से ही प्राप्त होता है जो की पवित्र क़ुरआन या अन्य पुस्तकों में मिलता है।
इस पुस्तक में जो पैगंबरों ने प्रार्थना की है उसका विवरण पवित्र क़ुरआन से लिया गया है, यदि कोई और प्रार्थना आपकी जानकारी में हो तो अवगत करायें मैं आपके लेख को दर्ज करने का प्रयत्न करूंगा ।
धन्यवाद
आपका- अब्दुल
वहीद
जिस प्रकार से आज के समय में जनता विद्वानों से तरह-तरह के उल्टे सीधे सवाल करते हैं उसी प्रकार से प्राचीन समय में पैगंबर से भी तरह-तरह के उल्टे सीधे सवाल करते थे लेकिन पैगंबर को इईश्
जिस प्रकार से आज के समय में जनता विद्वानों से तरह-तरह के उल्टे सीधे सवाल करते हैं उसी प्रकार से प्राचीन समय में पैगंबर से भी तरह-तरह के उल्टे सीधे सवाल करते थे लेकिन पैगंबर को इईश्वरीय ज्ञान द्वारा उचित ढंग से उत्तर दिया जाता था इस प्रकार से जनता संतुष्ट हो जाती थी लेकिन जिनको नहीं मानना था वह संतुष्ट नहीं होते थे और न हीं विश्वास करते थे।
उपरोक्त पुस्तक के शीर्षक के अनुसार ही इस पुस्तक में पैगंबर से जो भी सवाल करते थे लोग उसका विवरण इसमें दिया है वह क़ुरआन में से ही लिया गया है।
जिस प्रकार से आज नास्तिकों के प्रश्न होते हैं सेम उसी प्रकार से उस जमाने में नबीयों से प्रश्न लोग करते थे।
लेकिन यह बात सभी जानते हैं कि हर प्रश्न का उत्तर नहीं दिया जा सकता क्योंकि उसे सिर्फ महसूस या अनुभव किया जा सकता है, देखा नहीं जा सकता।
यदि इस पुस्तक में पैगंबर से संबंधित कोई प्रश्न रह गया हो तो कृपया अवगत करायें मैं आपके लेख को दर्ज करने का प्रयास करूंगा ।
धन्यवाद
जिस प्रकार से आज के समय में जनता विद्वानों से तरह-तरह के उल्टे सीधे सवाल करते हैं उसी प्रकार से प्राचीन समय में पैगंबर से भी तरह-तरह के उल्टे सीधे सवाल करते थे उसका उलट पैगंबर भी ज
जिस प्रकार से आज के समय में जनता विद्वानों से तरह-तरह के उल्टे सीधे सवाल करते हैं उसी प्रकार से प्राचीन समय में पैगंबर से भी तरह-तरह के उल्टे सीधे सवाल करते थे उसका उलट पैगंबर भी जनता से सवाल करते थे , लेकिन पैगंबर को इईश्वरीय ज्ञान द्वारा उचित ढंग से उत्तर दिया जाता था इस प्रकार से जनता संतुष्ट हो जाती थी लेकिन जिनको नहीं मानना था वह संतुष्ट नहीं होते थे और न हीं विश्वास करते थे।
उपरोक्त पुस्तक के शीर्षक के अनुसार ही इस पुस्तक में पैगंबर ने जनता से जो भी सवाल किया है उसका विवरण इसमें दिया है वहप पवित्र क़ुरआन में से ही लिया गया है।
जिस प्रकार से आज नास्तिकों के प्रश्न होते हैं सेम उसी प्रकार से उस जमाने में नबीयों से प्रश्न लोग करते थे। उसी प्रकार से पैगंबर भी जनता से सवाल करते थे।
लेकिन यह बात सभी जानते हैं कि हर प्रश्न का उत्तर नहीं दिया जा सकता क्योंकि उसे सिर्फ महसूस या अनुभव किया जा सकता है, देखा नहीं जा सकता।
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There are many religions in the world, whether ancient or modern, but some ancient religions are still alive and there is so much similarity in these religions that only after reading their religious texts, you come to know that in reality, religious texts have been created for the right direction of human beings. . But after some time, some people differ in their views or on some matters and add fabricated things, this leads to the creation of sects, but ther
There are many religions in the world, whether ancient or modern, but some ancient religions are still alive and there is so much similarity in these religions that only after reading their religious texts, you come to know that in reality, religious texts have been created for the right direction of human beings. . But after some time, some people differ in their views or on some matters and add fabricated things, this leads to the creation of sects, but there is no difference in the basic teachings of the holy religious texts and things are similar in almost all religions.
This is what I have tried to present. Please read and gain knowledge. If there is any gap then please let us know. Thank you
संसार में अनेक धर्म है चाहे प्राचीन हो या आधुनिक लेकिन कुछ धर्म प्राचीन आज भी जिंदा है और इन धर्म में इतनी समानता है कि आपको उनके धर्म ग्रंथ पढ़ने के बाद ही पता चलता है सच में इंसा
संसार में अनेक धर्म है चाहे प्राचीन हो या आधुनिक लेकिन कुछ धर्म प्राचीन आज भी जिंदा है और इन धर्म में इतनी समानता है कि आपको उनके धर्म ग्रंथ पढ़ने के बाद ही पता चलता है सच में इंसान को सही डायरेक्शन के लिए धर्म ग्रंथ बनाया गया है। लेकिन कुछ समय के बाद कुछ लोग अपने अपने मत या कुछ बातों में अलग होकर मनगढ़ंत बातें डाल देते हैं इससे पंथ पैदा हो जाते हैं लेकिन पवित्र धार्मिक ग्रंथो की मूल शिक्षा में कोई भी अंतर नहीं है और लगभग सभी धर्म में एक समान बातें हैं।
यही मैं प्रस्तुत करने का प्रयास किया है। कृपया पढ़ें और ज्ञान अर्जित करें यदि कोई कमी रह गई हो तो अवश्य अवगत करायें। धन्यवाद
आपका- अब्दुल वहीद ,बाराबंकी, उत्तर प्रदेश, इंडिया (भारत) ।
If a person thinks about any topic seriously and removing prejudices, then the right idea is obtained.
Most of the laws in the Constitution that we have today are already mentioned in the Holy Quran. These laws of the Holy Quran are from about 15 00 years ago.
But when we think about those verses and read them seriously, it seems that that law is better for humanity even today and is going to last forever. But some people believe that these are
If a person thinks about any topic seriously and removing prejudices, then the right idea is obtained.
Most of the laws in the Constitution that we have today are already mentioned in the Holy Quran. These laws of the Holy Quran are from about 15 00 years ago.
But when we think about those verses and read them seriously, it seems that that law is better for humanity even today and is going to last forever. But some people believe that these are the laws of Islam religion only but it is not so because these laws are also used by people of many other religions but silently.
The way the law of the Holy Quran i.e. Sharia Law is implemented in the Islamic country Saudi Arabia, there are no incidents of theft, fraud and rape, hence crimes are negligible.
Because the judge, the lawyer, the court are also bound to follow the laws of the Holy Quran and take decisions accordingly.
Some verses of the Holy Quran in this book are based on law. Please read and think and decide for yourself whether it is right or wrong. If you think it is wrong, please tell how it is wrong and what is the right way?
Just saying something doesn't make you wrong, you have to prove it.
Whoever misuses these laws in the name of Islam only defames Islam, but one day the truth comes out and people believe that this is the truth.
Keep in mind that God's command is the law of the Holy Quran.
Please read the book and increase your knowledge and let us know if there are any shortcomings
यदि इंसान किसी भी विषय पर गंभीरता पूर्वक और पूर्वाग्रहों को हटाकर विचार करें तो सही विचार प्राप्त होता है।
जो आज हम लोग के सामने संविधान मौजूद है उसमें अधिकतर कानून पवित्र क़
यदि इंसान किसी भी विषय पर गंभीरता पूर्वक और पूर्वाग्रहों को हटाकर विचार करें तो सही विचार प्राप्त होता है।
जो आज हम लोग के सामने संविधान मौजूद है उसमें अधिकतर कानून पवित्र क़ुरआन में पहले से ही वर्णित है। यह पवित्र क़ुरआन के कानून लगभग आज से 15 00 वर्ष पूर्व के हैं।
लेकिन जब उन आयतों पर विचार करते हैं और गंभीरता पूर्वक पढ़ते हैं तो लगता है वह कानून आज भी मानवता के लिए बेहतर है और सदैव चलने वाले हैं। लेकिन कुछ लोग का मानना है कि यह केवल इस्लाम धर्म के कानून है लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि इन कानून का उपयोग कई अन्य धर्म के लोग भी करते हैं लेकिन चुपचाप।
जिस प्रकार से इस्लामी देश सऊदी अरब में यह पवित्र क़ुरआन का कानून अर्थात सरिया ला लागू है उस हिसाब से तो चोरी-छलकपट व बलात्कार जैसे कांड नहीं होते इसीलिए अपराध न के बराबर होते हैं।
क्योंकि जज, वकील, अदालत है वह भी पवित्र क़ुरआन के कानून मानने पर बाध्य है और उसी के अनुसार फैसला करते हैं।
इस पुस्तक में पवित्र क़ुरआन के कुछ आयतें कानून पर आधारित है कृपया पढ़ें और विचार करें और सही या गलत का फैसला आप खुद करें यदि गलत लगता है तो कृपया बताएं कि यह कैसे गलत है और सही तरीका क्या है?
मात्र कह देने से गलत नहीं होता साबित भी करना पड़ता है।
जो भी इस्लाम के आड़ में इन कानून का दुरुपयोग करता है वह मात्र बदनाम करता है इस्लाम को लेकिन एक-एक दिन सच जाहिर होता है जिससे लोग मानते हैं कि सच यही है।
यह ध्यान रहे कि ईश्वर का आदेश ही पवित्र क़ुरआन का कानून है।
कृपया पुस्तक को पढ़ें और ज्ञान बढ़ाएं और कोई कमी हो तो अवगत करायें ।
धन्यवाद
आपका- अब्दुल वहीद ,बाराबंकी, उत्तर प्रदेश,इंडि
या (भारत) ।
Today, the way some people are trying tirelessly to defame Islam, the main question is, what humanity is there in the Holy Quran? Apart from the followers of Islam, there are unsuccessful attempts by some people in most of the religions to defame them.
Some people, ignorant people, get misled by not understanding, but those who are educated or who have the curiosity to know how true their words are in the end? So for that we start i
Today, the way some people are trying tirelessly to defame Islam, the main question is, what humanity is there in the Holy Quran? Apart from the followers of Islam, there are unsuccessful attempts by some people in most of the religions to defame them.
Some people, ignorant people, get misled by not understanding, but those who are educated or who have the curiosity to know how true their words are in the end? So for that we start investigating the Holy Quran to find out what is the truth? But they themselves can understand what the truth is. And some people do research with the aim of finding flaws in the Holy Quran but they only get disappointed because if a word has been wrongly propagated then they can understand it by reading the things before and behind that word. His confusion goes away. This is the specialty of the Holy Quran. Please read the verses presented in the Holy Quran in this book so that you can think about them further so that things become clear. These are about one and a half thousand years old but they are applicable even today, this is its specialty.
I have great hope that you will benefit from this book and get information. I am also a human being, I present as much as I understand, now you need to understand it. Please read and if you notice any shortcomings, please let us know.
Thank you
आज जिस प्रकार से कुछ लोग इस्लाम को बदनाम करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं जिसमें मुख्य यह कि पवित्र क़ुरआन में क्या इंसानियत है? इस्लाम धर्म के मानने वालों के अलावा अधिकतर धर्म म
आज जिस प्रकार से कुछ लोग इस्लाम को बदनाम करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं जिसमें मुख्य यह कि पवित्र क़ुरआन में क्या इंसानियत है? इस्लाम धर्म के मानने वालों के अलावा अधिकतर धर्म में कुछ व्यक्तियों द्वारा बदनाम करने का असफल प्रयास किया जाता है।
कुछ लोग तो न समझ नादान लोग गुमराह हो जाते हैं लेकिन जो पढ़े लिखे होते हैं या जिसके अंदर जिज्ञासा होती है कि आखिर में उनकी बात कितनी सही है? तो उसके लिए पवित्र क़ुरआन में तहकीकात करने लग जाते हैं कि सच क्या है? लेकिन सच क्या है वह खुद ही समझ सकते हैं। और कुछ लोग तो पवित्र क़ुरआन में कमी ढूंढने के उद्देश्य से रिसर्च करते हैं लेकिन उनके हाथ मात्र निराशा ही लगती है क्योंकि एक शब्द में यदि गलत प्रचार किया गया होता है तब वह उस शब्द के आगे और पीछे की बातों को पढ़कर समझ सकता है जिससे उसका भ्रम दूर हो जाता है। यही पवित्र क़ुरआन की विशेषता है। इस पुस्तक में पवित्र क़ुरआन के अंदर जो आयतें प्रस्तुत की गई है कृपया आप खुद उसका अवलोकन करें ताकि और विचार करें जिससे बात स्पष्ट हो सके यह तो तकरीबन डेढ़ हजार साल पुरानी बातें हैं लेकिन वह आज भी लागू होती हैं यही इसकी विशेषता है।
मुझे इस पुस्तक से काफी उम्मीद है की इससे आप लाभ उठाएंगे और जानकारी प्राप्त होगी । मैं भी एक इंसान हूं मुझे जितना समझ में आता है मैं पेश कर देता हूं अब आपको इसे समझने की आवश्यकता है। कृपया पढ़ें और यदि कोई कमी नजर आए तो अवगत करायें ।
धन्यवाद
आपका- अब्दुल वहीद, बाराबंकी, उत्तर प्रदेश, भारत (इंडिया
).
Almost every religion on our earth has some prophecy or the other. The source of his prophecy is his religious scriptures, among them the Holy Quran, a sacred text of the religion of Islam. In this book, the prophecy related to this scripture is presented, and this prophecy is also present in the Bible which is also believed by Christians and Jews.
Read it and take advantage. If you have any more information then let me know. I will try to share your
Almost every religion on our earth has some prophecy or the other. The source of his prophecy is his religious scriptures, among them the Holy Quran, a sacred text of the religion of Islam. In this book, the prophecy related to this scripture is presented, and this prophecy is also present in the Bible which is also believed by Christians and Jews.
Read it and take advantage. If you have any more information then let me know. I will try to share your information.
Thank you
When a person is in trouble, he wants to get rid of the trouble and get peace, but when it seems impossible, then he makes a promise or promise to his boss that he should get rid of this trouble, I will do this. Or he resolves himself that I will do this work.
For a religious person, this pledge is made to God, but for an atheist, this pledge is made to himself.
What are its consequences? An attempt has been made to show a littl
When a person is in trouble, he wants to get rid of the trouble and get peace, but when it seems impossible, then he makes a promise or promise to his boss that he should get rid of this trouble, I will do this. Or he resolves himself that I will do this work.
For a religious person, this pledge is made to God, but for an atheist, this pledge is made to himself.
What are its consequences? An attempt has been made to show a little about how this idea comes about and what role it plays in the Holy Quran.
Please read it and take advantage, if you have any more information please let us know.
Thank you
Where does the feeling of humanity, i.e. the feeling of doing good, come from inside a human being? Even if he is an atheist, he wants to do good. However, even if he does not do good, there is no problem because he does not believe in any rule of religion, nor is he afraid of God because he does not believe in God, but then One of the biggest questions is why and where does the feeling of goodness come from and why does one want to do goodness?
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Where does the feeling of humanity, i.e. the feeling of doing good, come from inside a human being? Even if he is an atheist, he wants to do good. However, even if he does not do good, there is no problem because he does not believe in any rule of religion, nor is he afraid of God because he does not believe in God, but then One of the biggest questions is why and where does the feeling of goodness come from and why does one want to do goodness?
Even today 80% of people in the world believe in God. Among the atheists, they believe in God deep inside, about 50%, those who call themselves agnostic, they also remain confused inside and that one question remains in their mind whether God exists or not?
There would be no person in the world who would not know Gautam Buddha, almost everyone knows him. His ideology is very influential. Because he considered the question about God meaningless, his belief was that some great work should be done for man, that is, how to find a solution to his sorrows and problems.
When thinking about the existence or not of God, a person first looks at himself, thinks about his life and death and gets confused, hence he always remains confused whether God exists or not. This is a very serious question and topic. In this book, I have tried to present the evidence of God presented by the Holy Quran, you read it and take advantage. If there is any other evidence, please inform, I will try to improve your information.
Thank you
अपनी पृथ्वी के लगभग सभी धर्म में कोई न कोई भविष्यवाणी अवश्य है। उसकी भविष्यवाणी का स्रोत उनके धर्म ग्रंथ है, उनमें से इस्लाम धर्म का एक पवित्र ग्रंथ पवित्र कुरान है। इस पुस्तक मे
अपनी पृथ्वी के लगभग सभी धर्म में कोई न कोई भविष्यवाणी अवश्य है। उसकी भविष्यवाणी का स्रोत उनके धर्म ग्रंथ है, उनमें से इस्लाम धर्म का एक पवित्र ग्रंथ पवित्र कुरान है। इस पुस्तक में इस ग्रंथ से रिलेटेड भविष्यवाणी प्रस्तुत की गई है, और यह भविष्यवाणी बाइबल में भी मौजूद है जो कि ईसाई और यहूदी भी मानते हैं।
इसे पढ़ें और लाभ उठाएं यदि कोई और अधिक आपके पास जानकारी हो तो अवगत कारण मैं आपकी जानकारी को साझा करने का प्रयास करूंगा। धन्यवाद
इंसान के अंदर इंसानियत अर्थात नेकी करने की भावना कहां से आती है? भले ही वह नास्तिक हो लेकिन वह नेकी करना चाहता है हालांकि वह नेकी न भी करें तो कोई प्रॉब्लम नहीं है क्योंकि वह धर्म
इंसान के अंदर इंसानियत अर्थात नेकी करने की भावना कहां से आती है? भले ही वह नास्तिक हो लेकिन वह नेकी करना चाहता है हालांकि वह नेकी न भी करें तो कोई प्रॉब्लम नहीं है क्योंकि वह धर्म के किसी भी नियम को नहीं मानता , न हीं ईश्वर से डरता है क्योंकि वह ईश्वर को मानता ही नहीं है, लेकिन फिर भी एक सबसे बड़ा प्रश्न है कि नेकी की भावना क्यों तथा कहा से आती है और वह नेकी क्यों करना चाहता है?
आज भी विश्व में 80% मनुष्य ईश्वर को मानता है। जो नास्तिक है उनमें भी अंदर ही अंदर वह ईश्वर को मानते हैं लगभग 50%, जो अपने आप को इग्नोस्टिक कहते हैं वह भी अंदर ही अंदर कंफ्यूजन में रहते हैं और वह एक प्रश्न उनके दिमाग में बना रहता है कि ईश्वर है कि नहीं?
गौतम बुद्ध को विश्व का कोई भी इंसान ऐसा नहीं होगा जो उनको नहीं जानता होगा, लगभग सभी लोग जानते हैं। उनकी विचारधारा अत्यंत प्रभावपूर्ण है। क्योंकि वह ईश्वर के बारे में प्रश्न को बेमतलब समझते थे उनकी मान्यता यही थी कि मानव के लिए कोई महान कार्य किया जाए, अर्थात उसके दुखों व समस्याओं का हल कैसे निकाला जाए।
ईश्वर के होने न होने के बारे में विचार करने पर इंसान पहले अपने आप को देखता है अपने जीवन तथा मृत्यु के बारे में सोचता है और इसी उलझन में पड़ जाता है इसलिए वह हमेशा कंफ्यूज रहता है कि ईश्वर है कि नहीं। यह एक बड़ा गंभीर प्रश्न व विषय है। इस पुस्तक में मैंने पवित्र कुरान द्वारा ईश्वर के जो प्रमाण प्रस्तुत है उसे प्रस्तुत करने का प्रयास किया है, आप इसे पढ़ें और लाभ उठाएं यदि कोई और प्रमाण हो तो कृपया अवगत करायें मैं आपकी जानकारी को सजा करने का प्रयास करूंगा ।
धन्यवाद
आपका- अब्दुल वहीद ,बाराबंकी ,उत्तर प्रदेश, भारत (इं
डिया)
इंसान जब किसी मुसीबत में होता है तब वह चाहता है कि उसको मुसीबत से छुटकारा मिले और सुकून प्राप्त हो लेकिन जब यह असंभव सा प्रतीत होता है तब वह अपने मालिक से वादा या प्रतिज्ञा करता है
इंसान जब किसी मुसीबत में होता है तब वह चाहता है कि उसको मुसीबत से छुटकारा मिले और सुकून प्राप्त हो लेकिन जब यह असंभव सा प्रतीत होता है तब वह अपने मालिक से वादा या प्रतिज्ञा करता है कि मुझे इस मुसीबत से छुटकारा दो मैं यह काम करूंगा या वह खुद से दृढ़ संकल्प करता है कि मैं यह कार्य करूंगा।
धार्मिक मनुष्य के लिए यह प्रतिज्ञा ईश्वर से होती है लेकिन नास्तिक मनुष्य के लिए यह प्रतिज्ञा खुद से होती है।
इसके परिणाम क्या है? यह इसका विचार कैसे आता है, वह पवित्र कुरान में इसका क्या भूमिका है इसको थोड़ा प्रदर्शित करने का प्रयास किया गया है।
कृपया इसे पढ़ें और लाभ उठाएं , यदि आपके पास कोई अधिक जानकारी हो तो अवगत करायें ।
धन्यवाद
आपका- अब्दुल वहीद बाराबंकी उत्तर प्रदेश भारत (इंडि
या)
इस पुस्तक में पुरानी और नई बाइबिल का परिचय तथा इंजील बरनाबास के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। जिस प्रकार से इंजील बरनाबास को कुछ मुसलमानों ने सच माना है, उसको स्पष्ट किया
इस पुस्तक में पुरानी और नई बाइबिल का परिचय तथा इंजील बरनाबास के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। जिस प्रकार से इंजील बरनाबास को कुछ मुसलमानों ने सच माना है, उसको स्पष्ट किया गया है सच क्या है? कृपया इसे पढ़ें और लाभ उठाएं, यदि कोई कमी लगे तो अवगत कराएं,
और साथ ही मोजेज (हजरत मूसा) को ईश्वर द्वारा दी गई 10 आज्ञाएं भी अन्य भाषा में है और साथ-साथ ही मेरे पास जो प्राचीन दुर्लभ चीज एकत्र है उसके बारे में चित्र सहित विवरण है।
धन्यवाद
आपका- अब्दुल वहीद,बाराबंकी, यूपी, इंडिया।
Every person sees some dream every day, even if he denies it, he definitely
sees it, this is the reality. Is the dream related to the parallel universe?
This is a mysterious mystery till date.
Most scientists consider it to be a product of the mind.
I have also seen such scenes in some dreams which I had never seen before;
some scenes appeared exactly the same a
Every person sees some dream every day, even if he denies it, he definitely
sees it, this is the reality. Is the dream related to the parallel universe?
This is a mysterious mystery till date.
Most scientists consider it to be a product of the mind.
I have also seen such scenes in some dreams which I had never seen before;
some scenes appeared exactly the same a
Dreams have a very important utility in the life of a human being, if he is
awake during the day then he dreams throughout the night, this is a
mystery which has been continuously explored since ancient times till now.
It has been interpreted differently in each religion. Some people say that
the soul leaves the body while dreaming but some say that this does not
happen, it remains in the mind only. These differences hav
Dreams have a very important utility in the life of a human being, if he is
awake during the day then he dreams throughout the night, this is a
mystery which has been continuously explored since ancient times till now.
It has been interpreted differently in each religion. Some people say that
the soul leaves the body while dreaming but some say that this does not
happen, it remains in the mind only. These differences have been going on
since ancient times, yet it is a subject of study till today. Making. Some
people also say that in dreams the soul of a person goes to a parallel world,
that is, there is a similar world in which whatever he does is absolutely true.
This book has been written on this subject, in this book dreams have been
explained through science and how it is discussed in every religion is also
told. Please study it. If there is any discussion on this topic in your opinion
or knowledge, please let me know, so that I can share your information in
this book,
Thank you.
This book provides an introduction to the Old and New Bible and a detailed account of the Gospel Barnabas. The way the Gospel of Barnabas is considered true by some Muslims has been clarified. What is truth? Please read it and take advantage, if you find any shortcomings then please inform,
And also the 10 commandments given by God to Moses (Hazrat Musa) are also in other languages and along with this there is a description with pictures about the an
This book provides an introduction to the Old and New Bible and a detailed account of the Gospel Barnabas. The way the Gospel of Barnabas is considered true by some Muslims has been clarified. What is truth? Please read it and take advantage, if you find any shortcomings then please inform,
And also the 10 commandments given by God to Moses (Hazrat Musa) are also in other languages and along with this there is a description with pictures about the ancient rare thing which I have collected.
Thank you
आदम से मोहम्मद तक अर्थात हजरत आदम अलैहिस्सलाम से लेकर मुहम्मद रसूलुल्लाह तक जितने भी अंबिया या नबी आए उनके बारे में कथाएं हैं वह कथाएं पवित्र क़ुरआन व बाइबल में अंकित है और संसा
आदम से मोहम्मद तक अर्थात हजरत आदम अलैहिस्सलाम से लेकर मुहम्मद रसूलुल्लाह तक जितने भी अंबिया या नबी आए उनके बारे में कथाएं हैं वह कथाएं पवित्र क़ुरआन व बाइबल में अंकित है और संसार के अनेक धर्म में भी कुछ दूसरे नाम से भी अंकित हैं।
इस छोटी सी पुस्तक में उन्हीं के बारे में संक्षिप्त सिलसिलेवार वर्णन है। मेरा प्रयास यही रहा है कि अधिक से अधिक जानकारी इन अम्बिया के बारे में एकत्र किया जाए लेकिन जितनी जानकारी हो सकती है इतनी मैंने दी है यदि आपको उससे कोई अधिक जानकारी हो तो कृपया अवगत करायें मैं आपकी जानकारी को साझा करने का प्रयास करूंगा, धन्यवाद्
At present, there are many religions in the world, some have become extinct with time and some still exist, but every religion has a holy book, this holy book prepares the outline of that religion and from this we get information about that religion. Is.
The only source of knowing religion is religious texts. If there is no book of any religion then it will not be easy to understand it. In view of this, the origin, language, author of the holy
At present, there are many religions in the world, some have become extinct with time and some still exist, but every religion has a holy book, this holy book prepares the outline of that religion and from this we get information about that religion. Is.
The only source of knowing religion is religious texts. If there is no book of any religion then it will not be easy to understand it. In view of this, the origin, language, author of the holy book and whether its original copy exists now or not, complete information is given in this book. You read it and get information. . If there is any information missing, please inform, I will share your information.
Thank you
Actually the world whom Alexander the great knows was the king of Greece while the Alexander mentioned in the Quran was the king of Persia i.e. Iran, his name was Zulkarnain, the same has been discussed in detail please read this Take advantage and inform if there is any deficiency,
thanks,
.
Actually the world whom Alexander the great knows was the king of Greece while the Alexander mentioned in the Quran was the king of Persia i.e. Iran, his name was Zulkarnain, the same has been discussed in detail please read this Take advantage and inform if there is any deficiency,
thanks,
.
Is there a soul or not? This is a subject of intensive study and research. Ideas on which are available in all the religions of the world since ancient times and are being continuously explored in science too, but till now no proof of soul is being found according to science. Some Hindus say that Gautam Buddha also believed in the soul but most of the followers of Buddhism deny this that he did not believe in the soul or there is no idea of soul in Buddhism. H
Is there a soul or not? This is a subject of intensive study and research. Ideas on which are available in all the religions of the world since ancient times and are being continuously explored in science too, but till now no proof of soul is being found according to science. Some Hindus say that Gautam Buddha also believed in the soul but most of the followers of Buddhism deny this that he did not believe in the soul or there is no idea of soul in Buddhism. However, this book is written on the subject of soul or spirit in which you are told about the ideas about soul in many religions. And it is also mentioned whether it is considered in science or not. Please read it and if you have more information than this, please let me know, so that I can share your information in this book, thank you.
Today we know that every human being wants peace but where will we get peace from? What do people do to attain peace? Most people think that if there is money, everything is possible, even cool things, but it is not so. Similarly, every type of person tries to satisfy himself but ultimately fails because peace is within the person himself, the condition is that he should train himself to get it.
On this occasion, this small book is presented before y
Today we know that every human being wants peace but where will we get peace from? What do people do to attain peace? Most people think that if there is money, everything is possible, even cool things, but it is not so. Similarly, every type of person tries to satisfy himself but ultimately fails because peace is within the person himself, the condition is that he should train himself to get it.
On this occasion, this small book is presented before you which is about how to find peace? What is the reason for that? Or how does unrest occur? Some topics have been presented before you, please review it. If you have any more information, please let me know. I will try to share your information, thank you.
Death has to come to every human being. This is the biggest truth of the world. No one can deny this, be it a believer or an atheist, even science.
Almost every educated Muslim who knows Arabic must have recited the Holy Quran and continues to do so, but is it not necessary to know its meanings? Most of the people do not know the meaning of the Holy Quran and those who read it also know the meaning but do not know its details.
So wh
Death has to come to every human being. This is the biggest truth of the world. No one can deny this, be it a believer or an atheist, even science.
Almost every educated Muslim who knows Arabic must have recited the Holy Quran and continues to do so, but is it not necessary to know its meanings? Most of the people do not know the meaning of the Holy Quran and those who read it also know the meaning but do not know its details.
So what does the Holy Quran say about death? Must read and understand this.
In this context, I have presented before you the world famous Quran's commentary, please read it and benefit.
If you notice any deficiency, please inform immediately.
Thank you.
with best wishes
Who was the queen of Sheba? This remains an unsolved mystery till date. Just a little glimpse: Her description is found in the Holy Quran and the old Bible that she lived in a country named Yemen in the Arab region, where she was a prosperous queen. She belonged to an idolatrous religion and when she heard about King Solomon of Israel, she thought of going to Israel to see his grandeur. Going there, she saw something which she had not expected because when she
Who was the queen of Sheba? This remains an unsolved mystery till date. Just a little glimpse: Her description is found in the Holy Quran and the old Bible that she lived in a country named Yemen in the Arab region, where she was a prosperous queen. She belonged to an idolatrous religion and when she heard about King Solomon of Israel, she thought of going to Israel to see his grandeur. Going there, she saw something which she had not expected because when she saw his throne in the court of King Solomon of Israel, she was astonished and believed that he had special knowledge. It is surprising when the history of a person is not found after that, similarly about the Queen of Sheba too, after marrying Solomon, her description is not found in the Holy Quran or the Old Bible. This is surprising even for the history experts and writers, some people have even said that she was a witch but what is the truth? You assess what is in front of you.
There is no doubt that this is a true incident because its ruins and archaeological evidence have also been found.
This small book is presented before you on this subject. Please read it and increase your knowledge. If you find any gap then please inform immediately and if you have any more knowledge then please tell. I respect your knowledge and feel free to add it. I will try.
Thank you
शीबा की रानी कौन थी ? यह आज तक एक अनसुलझा रहस्य बना है । मात्र थोड़ी सी झलक पवित्र क़ुरआन व पुरानी बाइबल में उसका वर्णन मिलता है कि वह एक अरब भूभाग में यमन नाम के देश में रहती थी, जहां
शीबा की रानी कौन थी ? यह आज तक एक अनसुलझा रहस्य बना है । मात्र थोड़ी सी झलक पवित्र क़ुरआन व पुरानी बाइबल में उसका वर्णन मिलता है कि वह एक अरब भूभाग में यमन नाम के देश में रहती थी, जहां की वह एक संपन्न रानी थी। वह एक मूर्ति पूजा धर्म से संबंध रखती थी, जब उसने इजरायल के राजा सुलेमान के बारे में सुना तो उनकी भव्यता देखने के लिए इसराइल जाने का विचार अपने मन में लायी। वहां जाकर उसने ऐसा देखा जिसकी उम्मीद उसको नहीं थी क्योंकि उसने अपना सिंहासन इसराइल के राजा सोलोमन के दरबार में देखा तो चकित रह गई और मान गई कि उसको विशेष ज्ञान है। हैरत तो तब होती है जब किसी इंसान का इतिहास उसके बाद नहीं मिलता इसी प्रकार से शीबा की रानी के बारे में भी है कि सोलोमन से विवाह करने के पश्चात उसका वर्णन न ही पवित्र कुरान व पुरानी बाइबिल में मिलता है। यह इतिहास के जानकार और लिखने वाले के लिए भी आश्चर्य जनक है कुछ लोग तो यहां तक की कहा है कि वह एक चुड़ैल थी लेकिन सच्चाई क्या है? आपके सामने है इसका आप आकलन करें।
यह एक सत्य घटना है इसमें कोई शक नहीं क्योंकि इसके खंडहर तथा आरक्योलॉजिकल सुबूत भी मिले हैं।
इसी विषय पर यह छोटी सी पुस्तक आपके सामने प्रस्तुत है कृपया इसे पढ़ें और ज्ञान में बढ़ोतरी करें यदि कोई कमी नजर आए तो तत्काल अवगत करायें और अगर आपको कोई अधिक ज्ञान है तो कृपया बताएं मैं आपके ज्ञान का सम्मान करता हूं और उसे ऐड करने का प्रयास करूंगा।
लगभग हर पढ़ा लिखा मुसलमान जो अरबी जानता है उसने पवित्र कुरान की तिलावत जरूर की होगी और करता भी रहता होगा लेकिन क्या इसके अर्थों को जानना आवश्यक नहीं ? अधिकतर लोग अर्थ ही नहीं जानत
लगभग हर पढ़ा लिखा मुसलमान जो अरबी जानता है उसने पवित्र कुरान की तिलावत जरूर की होगी और करता भी रहता होगा लेकिन क्या इसके अर्थों को जानना आवश्यक नहीं ? अधिकतर लोग अर्थ ही नहीं जानते कि पवित्र क़ुरआन का क्या संदेश होता है और जो लोग अर्थ के साथ पढ़ते हैं और जानते भी हैं लेकिन उसकी डिटेल नहीं पता होती।
इसी संदर्भ में मैं आपके सामने विश्व की प्रसिद्ध कुरआन की तफसीर पेश की है कृपया इसे पढ़े और लाभ उठाएं।
यदि कोई कमी नजर आए, तब तत्काल अवगत करें ।
धन्यवाद।
शुभकामना सहित
हर इंसान रोजाना कोई न कोई सपना जरूर देखता है भले ही वह इंकार करें लेकिन देखता जरूर है, यह हकीकत है। क्या सपने का संबंध है समानांतर संसार (parallel universe) से है।
यह आज तक एक रहस्यमय गुत
हर इंसान रोजाना कोई न कोई सपना जरूर देखता है भले ही वह इंकार करें लेकिन देखता जरूर है, यह हकीकत है। क्या सपने का संबंध है समानांतर संसार (parallel universe) से है।
यह आज तक एक रहस्यमय गुत्थी है।
अधिकतर वैज्ञानिक दिमाग की ही उपज मानते हैं।
मैं भी कुछ सपने में ऐसे दृश्य देखे हैं जो पहले कभी नहीं देखे थे कुछ दृश्य तो कुछ महीना या कुछ साल बाद बिल्कुल सेम टू से दिखे और कुछ आज तक नहीं देखे।
हो सकता है एलियन भी इस संसार के वासी हो जिसको हम पैरेलल यूनिवर्स कहते हैं। भले ही यह काल्पनिक लगता हो लेकिन विज्ञान भी इस विषय पर संपूर्ण कल्पना नहीं कह सकता।
इस विषय पर धर्म भी कुछ स्पष्ट नहीं कहता । विज्ञान निरंतर खोजबीन में लगा रहता है। इस विषय पर आपके सामने कुछ जानकारी रखी है, यह आप पर ही निर्भर करता है इसे किस तरीके से आप समझेंगे यदि इस विषय पर आपके कुछ अनुभव या जानकारी अधिक हो तो कृपया बताएं।
धन्यवाद।
वर्तमान समय में संसार में अनेकों धर्म है कुछ तो समय के साथ विलुप्त हो गए हैं और कुछ मौजूद है लेकिन हर किसी धर्म की पवित्र पुस्तक अवश्य है, यही पवित्र पुस्तक उस धर्म की रूपरेखा तैया
वर्तमान समय में संसार में अनेकों धर्म है कुछ तो समय के साथ विलुप्त हो गए हैं और कुछ मौजूद है लेकिन हर किसी धर्म की पवित्र पुस्तक अवश्य है, यही पवित्र पुस्तक उस धर्म की रूपरेखा तैयार करती है और इसी से उस धर्म की जानकारी प्राप्त होती है।
धर्म को जानने का एकमात्र स्रोत धार्मिक ग्रंथ ही है। यदि किसी धर्म की पुस्तक ना हो तो उसे समझना आसान नहीं होगा इसी के उपलक्ष में पवित्र पुस्तक की उत्पत्ति, भाषा, लेखक व उसकी मूल प्रति अब मौजूद है या नहीं, संपूर्ण जानकारी इस पुस्तक में दी गई है आप इसे पढ़े और जानकारी प्राप्त करें। यदि कोई जानकारी में कमी रह गई हो तो कृपया अवगत कराएं मैं आपकी जानकारी को साझा करूंगा।
धन्यवाद
आज हम जानते हैं कि हर इंसान को शांति चाहिए लेकिन आखिर शांति कहां से मिलेगी? शांति पाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते । अधिकतर लोग सोचते हैं कि पैसा है तो सब कुछ संभव है यहां तक कि श
आज हम जानते हैं कि हर इंसान को शांति चाहिए लेकिन आखिर शांति कहां से मिलेगी? शांति पाने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते । अधिकतर लोग सोचते हैं कि पैसा है तो सब कुछ संभव है यहां तक कि शांत भी लेकिन ऐसा नहीं है। इसी प्रकार से अपने को संतुष्ट करने के लिए हर प्रकार के इंसान प्रयत्न करता है लेकिन आखिर में असफल हो जाता है क्योंकि शांति खुद इंसान के अंदर है शर्त यह है उसको पाने के लिए अपने को साध ले।
इसी उपलक्ष्य में यह एक छोटी सी पुस्तक आपके सामने प्रस्तुत है जोकि शांति कैसे पाए? उसके क्या कारण है? या अशांति कैसे होती हैं ? कुछ विषय आपके सामने प्रस्तुत किए गए हैं कृपया इसका अवलोकन करें यदि आपके पास कोई अधिक जानकारी हो तो कृपया अवगत कराएं मैं आपकी जानकारी को साझा करने का प्रयास करूंगा, धन्यवाद।
इस समय संसार में नास्तिकों की संख्या तेजी से बढ़ती चली जा रही है इसका क्या कारण है, यही जानने और समझने के लिए मैंने नास्तिक दर्शनों का अध्ययन प्रारंभ किया। वह दर्शन जो कुछ भी कहता
इस समय संसार में नास्तिकों की संख्या तेजी से बढ़ती चली जा रही है इसका क्या कारण है, यही जानने और समझने के लिए मैंने नास्तिक दर्शनों का अध्ययन प्रारंभ किया। वह दर्शन जो कुछ भी कहता व बताता है, वह आपके सामने पुस्तक के रूप में प्रस्तुत है।
अक्सर अधिकतर लोग विज्ञान को नास्तिक या आस्तिक की नजर में देखते व बताते हैं। लेकिन विज्ञान के साथ ऐसा नहीं है, यह जानकारी एकत्र करने के लिए निरंतर खोजबीन में प्रयासरत रहता है।
ज्ञान मात्र खोजो का संगम है जो कि जनता के सामने प्रत्यक्ष प्रमाण लाता है, उसका आस्तिक और नास्तिक से कोई लेना देना नहीं है।
कृपया इसे अध्ययन करें और यदि कोई कमी महसूस हो तो अवगत कराएं तथा जानकारी बढ़ाने में सहायता करें ।
धन्यवाद
यह पुस्तक इतिहास के एक महान राजा साइरस (ईरान के) या सिकंदर महान के नाम से प्रसिद्ध है. जिसको हम लोग आमतौर से सिकंदर महान जानते हैं. वह यूनान का राजा था जबकि यह राजा असली सिकंदर ईरान
यह पुस्तक इतिहास के एक महान राजा साइरस (ईरान के) या सिकंदर महान के नाम से प्रसिद्ध है. जिसको हम लोग आमतौर से सिकंदर महान जानते हैं. वह यूनान का राजा था जबकि यह राजा असली सिकंदर ईरान या फारस के थे, जिनका इतिहास बाइबिल में तथा कुरान में मिलता है और इतिहास के अन्य पुस्तकों में भी मिलता है इसी के बारे में चर्चा की गई है कृपया इसे पढ़ें और अपने सुझाव व्यक्त करें यदि कोई कमी नजर आए तो कृपया अवगत कराएं, धन्यवाद
आत्मा है या नहीं ? यह एक गहन अध्ययन व शोध का विषय है। जिस पर प्राचीन काल से विश्व के तमाम धर्मों में विचार उपलब्ध है और निरंतर विज्ञान में भी इसकी खोज होती चली जा रही है लेकिन अभी तक
आत्मा है या नहीं ? यह एक गहन अध्ययन व शोध का विषय है। जिस पर प्राचीन काल से विश्व के तमाम धर्मों में विचार उपलब्ध है और निरंतर विज्ञान में भी इसकी खोज होती चली जा रही है लेकिन अभी तक आत्मा का कोई प्रमाण नहीं मिल पा रहा है विज्ञान के अनुसार। कुछ हिंदुओं का कहना है कि गौतम बुद्ध भी आत्मा को मानते थे लेकिन इसका खंडन बौद्ध धर्म के अधिकांश अनुयाई करते हैं कि वह आत्मा को नहीं मानते थे या आत्मा का विचार ही नहीं है बौद्ध धर्म के अंदर। भहरहाल यह पुस्तक आत्मा या रूह के विषय पर ही लिखी गई है जिसमें आपको अनेक धर्मों में क्या विचार हैं आत्मा का उसके बारे में बताया गया है। तथा विज्ञान में इसका विचार है या नहीं यह भी बताया गया है कृपया इसे पढ़ें और इससे अधिक जानकारी आपको हो तो कृपया अवगत कराएं, जिससे मैं आपकी जानकारी साझा कर सकूं इस पुस्तक में, धन्यवाद
इंसान के जीवन में स्वप्न अर्थात सपने की अत्यधिक महत्वपूर्ण उपयोगिता है, यदि दिन में वह जगता है तो रात भर सपने देखता है, यह एक ऐसा रहस्य जो प्राचीन काल से अब तक खोज निरंतर चली आ रही ह
इंसान के जीवन में स्वप्न अर्थात सपने की अत्यधिक महत्वपूर्ण उपयोगिता है, यदि दिन में वह जगता है तो रात भर सपने देखता है, यह एक ऐसा रहस्य जो प्राचीन काल से अब तक खोज निरंतर चली आ रही है। इसकी व्याख्या प्रत्येक धर्म में अलग अलग तरीके से की गई है। कुछ लोगों का यह कहना है कि स्वप्न देखते समय आत्मा शरीर से निकल जाती है लेकिन कुछ का कहना है कि ऐसा नहीं होता है, दिमाग में ही रहती है यही मतभेद प्राचीन काल से चले आ रहे हैं फिर भी यह एक आज तक अध्ययन का विषय बना रहा है। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि स्वप्न में इंसान की आत्मा किसी पैरालल दुनिया में चला जाता है अर्थात हूबहू इसी प्रकार की दूसरी दुनिया है जिसमें वह जो भी करता है बिल्कुल सच होता है। यह पुस्तक इसी विषय पर लिखी गई है, इस पुस्तक में स्वप्न को विज्ञान के माध्यम से बताया गया है और प्रत्येक धर्म में इसका किस प्रकार से चर्चा है वह भी बताया गया है। कृपया इसका अध्ययन करें यदि कोई आपके विचार में या ज्ञान में इस विषय पर कोई चर्चा हो तो कृपया जरूर अवगत करें, जिससे मैं आप की जानकारी इस पुस्तक में शेयर कर सकू,
धन्यवाद
प्रत्येक धर्म का आधार अपनी जगह पर मनुष्य के जीवन का सही लक्ष्य निर्धारित करना है व अपने को एकाग्र करना है व संसारिक रिश्तों माँ बेटा भाई बहन , , पति पत्नी , छोटे बड़े का सम्मान की डोर
प्रत्येक धर्म का आधार अपनी जगह पर मनुष्य के जीवन का सही लक्ष्य निर्धारित करना है व अपने को एकाग्र करना है व संसारिक रिश्तों माँ बेटा भाई बहन , , पति पत्नी , छोटे बड़े का सम्मान की डोर से बाँधना ही धर्म का लक्ष्य है । मुझे आज इस पुस्तक को लिखने की आवश्यकता केवल इसलिए हुयी कि लोग एक दूसरे के धर्म को बदनाम न करें बल्कि उस धर्म के सम्प्रदायों के बारे में अवश्य जानें क्योंकि हो सकता है कि एक सम्प्रदाय विशेष ही पूरे धर्म को बदनाम कर रहा हो , लोग एक दूसरे के धर्म का सम्मान करना जाने , मुझे बड़ा दुःख होता है जब एक दूसरे के धर्म का कोई अपमान करता है , जैसे कुछ समय पहले लखनऊ में बी ० एस ० पी ० के लोगों ने गीता व रामायण को जलाकर कुछ समय पहले नावें में एक काटूनिस्ट ने पैगम्बर मोहम्मद का अपमान ( उग्र ) चित्र बनाकर बाबरी मस्जिद को शहीदकर , चर्च में आर एस एस वालों ने ननों को मार डाला व चर्च को ध्वस्त कर दिया । धर्म को छोड़कर सम्प्रदायों के आपस में झगड़े हैं जैसे शिया सुन्नी पंडित रेवास , कैथोलिक आयोडॉक्स , देवबन्दी बरेलवी इसी प्रकार से आपसी झगड़े केवल सम्प्रदाय की सही जानकारी न होना है । आज अधिकतर लोग विश्वास के आगे जानकारी करना गुनाह समझते हैं व यह कहकर जानकारी नहीं करते हैं कि मेरे फादर या मौलवी या पंडित तो है यह जो बताएँगे वही मानेंगे और सम्प्रदाय की जानकारी भी यह कहकर टाल देते हैं कि मेरे सम्प्रदाय वाले गुरूजी जो बताएँगे वही मानेंगे , अगर उन्होंने यह कहा कि उनकी पुस्तक को न छूना व न पढ़ना व भाषण न सुनना तो वैसा ही करेंगे । मेरे महान भारत देश में धर्म व सम्प्रदाय की जानकारी को कमी की वजह से न जाने कितने जनता से रूपये लूटते हैं ।
कुरआन ( करीम ) एक पवित्र पुस्तक है जो कि अल्लाह ( ईश्वर ) का संदेश मानवता की भलाई के लिए अवतरित हुई है । यह वही क़ुरआन ( Quran ) का संदेश है जब संसार की अथवा मानव की उत्पत्ति हुई थी लेकिन स
कुरआन ( करीम ) एक पवित्र पुस्तक है जो कि अल्लाह ( ईश्वर ) का संदेश मानवता की भलाई के लिए अवतरित हुई है । यह वही क़ुरआन ( Quran ) का संदेश है जब संसार की अथवा मानव की उत्पत्ति हुई थी लेकिन समयानुसार प्रत्येक नबी पर अवतरित होती रही । नबी ने बड़ी ईमानदारी से अल्लाह के आदेशानुसार अल्लाह के संदेश को मानव तक पहुंचाते रहे लेकिन मानव अपने स्वार्थ के अनुसार पवित्र पुस्तक में कांट छांट करते रहे परिणामस्वरूप इंसान को असली ( अल्लाह के संदेश ) नहीं मिल पाते थे। तत्पश्चात अल्लाह भी अपने संदेश आने वाले नबियों को फरिश्ता ( जिबराइल ) के द्वारा बताते रहे इसके बावजूद भी अल्लाह की किताब ( तौरेत , जबूर , इंजील और अन्य सहीफे ) में परिवर्तन जारी रहा । तत्पश्चात आखरी नबी मोहम्मद स० पर अंतिम पुस्तक कुरान शरीफ ( जो कि प्रतय तक विद्यमान रहने वाली ) को मानव की भलाई के लिए भेजना ( अवतरित करना ) पड़ा । यही एक मात्र पुस्तक शेष है जो अभी तक ( अर्थात 1429 साल बाद भी कोई कांट छांट करने का साहस न कर सका क्योंकि इस पवित्र पुस्तक की जिम्मेदारी खुद अल्लाह तआला ( ईश्वर ) ने ली है । कुरान ( करीम ) को परिचित कराने के लिए पुस्तकें हिन्दी में बहुत कम व अच्छी नहीं मिलेंगी इसलिए अल्लाह ताअला के फजलो करम से इस पुस्तक को लिखने का बीड़ा उठाया ।से यह काम बहुत नाजुक है इसलिए अगर कोई पुस्तक में गलती ( मिस्टेक ) मिलती है तो कृपया अतिशीघ्र अवगत कराये । जिससे पुस्तक की कमी को दूर किया जा सके ।इस पुस्तक को मैं आदरणीय मौलाना मुस्तफा मदनी नदवी को दिखा चुका हूं और इसके अलावा भी अन्य मौलाना को चेक करवा चुका हूं, वह इस लेख से सहमत हैं।इस संस्करण में कुछ नए चित्र जोड़े गए हैं व कुछ बदले गए हैं।
In this book, a brief introduction has been given about Allah ie God. The extent of man is only subtle. It is not so easy to know and understand Allah, because man imagines on the basis of what he has got. How do you like this book? Please let me know if you have any more knowledge.
Thank you,
In this book, a brief introduction has been given about Allah ie God. The extent of man is only subtle. It is not so easy to know and understand Allah, because man imagines on the basis of what he has got. How do you like this book? Please let me know if you have any more knowledge.
Thank you,
इस किताब में अलकहफ (अर रकीम) नामक एक रहस्यमयी गुफा की चर्चा है। जिसका ज़िक्र पवित्र क़ुरआन में है और यह ऐतिहासिक घटना है, क्योंकि सरकार और अन्य वैज्ञानिकों ने इसकी खोज की है ज
इस किताब में अलकहफ (अर रकीम) नामक एक रहस्यमयी गुफा की चर्चा है। जिसका ज़िक्र पवित्र क़ुरआन में है और यह ऐतिहासिक घटना है, क्योंकि सरकार और अन्य वैज्ञानिकों ने इसकी खोज की है जो कि सत्य पाई गई है, यह घटना अजीब है क्योंकि पवित्र क़ुरआन में इस घटना का ज़िक्र है कि वे कुछ नौजवान थे जिन्होंने गुफा में गए और 309 साल तक सोते रहे, एक बहुत ही आश्चर्यजनक घटना है। इसे पढ़ें और मुझे बताएं कि क्या आप कोई अधिक विषय जोड़ना चाहते हैं।
धन्यवाद,
Every religion has its own prayer for that God or Master, only such prayer leads to welfare of life, a very good prayer is sung by Lata Mangeshkar in a famous Bollywood movie Do Aankhen Barah Haath, which is very old and old. Famously, this is how a prayer runs in the curriculum in the old schools as well. A person may be less religious, but when he is in any trouble, he definitely prays to his God or Master, only then he gets the peace of satisfaction, this i
Every religion has its own prayer for that God or Master, only such prayer leads to welfare of life, a very good prayer is sung by Lata Mangeshkar in a famous Bollywood movie Do Aankhen Barah Haath, which is very old and old. Famously, this is how a prayer runs in the curriculum in the old schools as well. A person may be less religious, but when he is in any trouble, he definitely prays to his God or Master, only then he gets the peace of satisfaction, this is the truth. There is a prayer for that master in every religion, an attempt has been made in this book to understand how that prayer has gone somewhere, please read it and if you have any other prayer in your knowledge, please inform. Thank you,
In this book there is a discussion of a mysterious cave called Alkahaf Ar Raqim. Whose mention is in the Holy Quran and it is historical, because the government and other scientists have discovered this which has been found to be true, this incident is strange because this incident is mentioned in the Holy Quran that they were some young men who Had gone to the cave and slept for 309 years, a very surprising incident. Read this and let me know if you want to a
In this book there is a discussion of a mysterious cave called Alkahaf Ar Raqim. Whose mention is in the Holy Quran and it is historical, because the government and other scientists have discovered this which has been found to be true, this incident is strange because this incident is mentioned in the Holy Quran that they were some young men who Had gone to the cave and slept for 309 years, a very surprising incident. Read this and let me know if you want to add any other topic, Thanks,
An ancient person named Al Khizr has been special, whose mention has come in the Holy Quran. People of the Kabirpanthi group of Hinduism consider him as God, similarly there are different beliefs about him in different texts, some people also believe that he is alive even today. Please read it and take advantage, if there is any shortcoming, please inform. Thank you,
An ancient person named Al Khizr has been special, whose mention has come in the Holy Quran. People of the Kabirpanthi group of Hinduism consider him as God, similarly there are different beliefs about him in different texts, some people also believe that he is alive even today. Please read it and take advantage, if there is any shortcoming, please inform. Thank you,
Every religion of the world has some or the other avatar or prophet or messenger who guides people by giving holy teachings and this is the core of that religion. If a man does not follow the teachings, then he is rejected from the religion.
Please read this book on this subject and make use of it. Inform immediately if any defect is found.
Thanks -
Every religion of the world has some or the other avatar or prophet or messenger who guides people by giving holy teachings and this is the core of that religion. If a man does not follow the teachings, then he is rejected from the religion.
Please read this book on this subject and make use of it. Inform immediately if any defect is found.
Thanks -
This book is written on an ancient story Harut and Marut, it is very famous and popular all over the world and described by different names in different texts. Please read this book and inform immediately if you find any deficiency,
Thank you
This book is written on an ancient story Harut and Marut, it is very famous and popular all over the world and described by different names in different texts. Please read this book and inform immediately if you find any deficiency,
Thank you
In today's run-of-the-mill life, there is definitely some sorrow near every human being, although this sorrow has been going on since ancient times, which remains with the human being, be it small or big sorrow. To know a little about this, the thoughts of Gautam Buddha have been displayed as he has discussed in detail about suffering. You also read this book and if there is any incomplete knowledge about sorrow, then inform it.
In today's run-of-the-mill life, there is definitely some sorrow near every human being, although this sorrow has been going on since ancient times, which remains with the human being, be it small or big sorrow. To know a little about this, the thoughts of Gautam Buddha have been displayed as he has discussed in detail about suffering. You also read this book and if there is any incomplete knowledge about sorrow, then inform it.
अल ख़िज़्र नामक एक प्राचीन व्यक्ति विशेष हुए हैं जिनका जिक्र पवित्र कुरान में आया है । हिंदू धर्म के कबीरपंथी ग्रुप के लोग इन को भगवान मानते हैं, इसी प्रकार से उनके बारे में अलग-अ
अल ख़िज़्र नामक एक प्राचीन व्यक्ति विशेष हुए हैं जिनका जिक्र पवित्र कुरान में आया है । हिंदू धर्म के कबीरपंथी ग्रुप के लोग इन को भगवान मानते हैं, इसी प्रकार से उनके बारे में अलग-अलग ग्रंथों में अलग-अलग धारणाएं हैं, कुछ लोगों का यह भी मानना है कि यह आज भी जिंदा है। कृपया इसे पढ़ें और लाभ उठाएं यदि कोई कमी रह गई हो तो अवगत कराएं धन्यवाद
ಪ್ರತಿಯೊಂದು ಧರ್ಮವೂ ಆ ದೇವರು ಅಥವಾ ಗುರುವಿಗಾಗಿ ತನ್ನದೇ ಆದ ಪ್ರಾರ್ಥನೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದೆ, ಅಂತಹ ಪ್ರಾರ್ಥನೆಯು ಜೀವನದ ಕಲ್ಯಾಣಕ್ಕೆ ಕಾರಣವಾಗುತ್ತದೆ, ಬಹಳ ಹಳೆಯ ಮತ್ತು ಹಳೆಯದಾದ ಪ್ರಸಿದ್ಧ ಬಾಲಿವುಡ್ ಚಲನಚ
ಪ್ರತಿಯೊಂದು ಧರ್ಮವೂ ಆ ದೇವರು ಅಥವಾ ಗುರುವಿಗಾಗಿ ತನ್ನದೇ ಆದ ಪ್ರಾರ್ಥನೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದೆ, ಅಂತಹ ಪ್ರಾರ್ಥನೆಯು ಜೀವನದ ಕಲ್ಯಾಣಕ್ಕೆ ಕಾರಣವಾಗುತ್ತದೆ, ಬಹಳ ಹಳೆಯ ಮತ್ತು ಹಳೆಯದಾದ ಪ್ರಸಿದ್ಧ ಬಾಲಿವುಡ್ ಚಲನಚಿತ್ರ ದೋ ಆಂಖೇನ್ ಬರಾಹ್ ಹಾತ್ನಲ್ಲಿ ಲತಾ ಮಂಗೇಶ್ಕರ್ ಅವರು ಬಹಳ ಒಳ್ಳೆಯ ಪ್ರಾರ್ಥನೆಯನ್ನು ಹಾಡಿದ್ದಾರೆ. ಇದು ಪ್ರಸಿದ್ಧವಾಗಿದೆ. ಹಳೆಯ ಶಾಲೆಗಳಲ್ಲಿನ ಪಠ್ಯಕ್ರಮದಲ್ಲಿ ಪ್ರಾರ್ಥನೆಯು ಹೇಗೆ ನಡೆಯುತ್ತದೆ. ಒಬ್ಬ ವ್ಯಕ್ತಿಯು ಕಡಿಮೆ ಧಾರ್ಮಿಕನಾಗಿರಬಹುದು, ಆದರೆ ಅವನು ಯಾವುದೇ ತೊಂದರೆಯಲ್ಲಿದ್ದಾಗ, ಅವನು ಖಂಡಿತವಾಗಿಯೂ ತನ್ನ ದೇವರನ್ನು ಅಥವಾ ಗುರುವನ್ನು ಪ್ರಾರ್ಥಿಸುತ್ತಾನೆ, ಆಗ ಮಾತ್ರ ಅವನು ತೃಪ್ತಿಯ ಶಾಂತಿಯನ್ನು ಪಡೆಯುತ್ತಾನೆ, ಇದು ಸತ್ಯ. ಪ್ರತಿಯೊಂದು ಧರ್ಮದಲ್ಲೂ ಆ ಗುರುವಿಗೆ ಪ್ರಾರ್ಥನೆ ಇದೆ, ಆ ಪ್ರಾರ್ಥನೆ ಎಲ್ಲೋ ಹೋಗಿದೆ ಎಂದು ತಿಳಿಯುವ ಪ್ರಯತ್ನವನ್ನು ಈ ಪುಸ್ತಕದಲ್ಲಿ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ, ದಯವಿಟ್ಟು ಓದಿ ಮತ್ತು ನಿಮ್ಮ ಜ್ಞಾನದಲ್ಲಿ ಬೇರೆ ಪ್ರಾರ್ಥನೆ ಇದ್ದರೆ ದಯವಿಟ್ಟು ತಿಳಿಸಿ, ಧನ್ಯವಾದಗಳು,
ನಿಮ್ಮದು - ಅಬ್ದುಲ್ ವಹೀದ್, ಬಾರಾಬಂಕಿ
In this presentation, the life introduction of the originator or founder of almost all major religions of the world has been explained in detail. The life introduction of the founder of any religion is important because if you do not know about the life of the founder, then it will not be easy to understand that religion too, so it is my effort to tell about the life introduction so that you can get information if If you see any deficiency, inform
In this presentation, the life introduction of the originator or founder of almost all major religions of the world has been explained in detail. The life introduction of the founder of any religion is important because if you do not know about the life of the founder, then it will not be easy to understand that religion too, so it is my effort to tell about the life introduction so that you can get information if If you see any deficiency, inform immediately, if the subject seems less, then give information, thanks --
इस पुस्तक में अल्लाह अर्थात ईश्वर के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया गया है। इंसान की हद केवल सूछ्म है अल्लाह को जानना और समझना इतना आसान नहीं है, क्योंकि इंसान को जितना इन या ज्ञा
इस पुस्तक में अल्लाह अर्थात ईश्वर के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया गया है। इंसान की हद केवल सूछ्म है अल्लाह को जानना और समझना इतना आसान नहीं है, क्योंकि इंसान को जितना इन या ज्ञान प्राप्त हुआ है उसी के आधार पर कल्पना करता है। यह पुस्तक आपको कैसी लगी? यदि कोई अधिक ज्ञान आपके पास हो तो कृपया बताएं, धन्यवाद,
प्रस्तुत में लगभग संसार के सभी प्रमुख धर्मों के प्रवर्तक या संस्थापक के जीवन परिचय के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। किसी भी धर्म के संस्थापक का जीवन परिचय मुख्य होता
प्रस्तुत में लगभग संसार के सभी प्रमुख धर्मों के प्रवर्तक या संस्थापक के जीवन परिचय के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया है। किसी भी धर्म के संस्थापक का जीवन परिचय मुख्य होता है क्योंकि यदि संस्थापक के जीवन के बारे में नहीं जानेंगे तो उस धर्म को भी समझना आसान ना होगा इसलिए यह मेरी कोशिश है कि जीवन परिचय के बारे में बताया जाए जिससे आपको जानकारी प्राप्त हो सके यदि कोई कमी नजर आए तो तत्काल अवगत करें यदि विषय कम लग रहा हो तो जानकारी दें , धन्यवाद
இந்த புத்தகம் ஈரானின் பேரரசராக இருந்த புகழ்பெற்ற சிகந்தர் சுல்கர்னைனைப் பற்றி எழுதப்பட்டுள்ளது, இது புனித குர்ஆனில் குறிப்பிடப்பட்டுள்ள உண்மையான சிக்கந்தர் சுல்கர்னைன
இந்த புத்தகம் ஈரானின் பேரரசராக இருந்த புகழ்பெற்ற சிகந்தர் சுல்கர்னைனைப் பற்றி எழுதப்பட்டுள்ளது, இது புனித குர்ஆனில் குறிப்பிடப்பட்டுள்ள உண்மையான சிக்கந்தர் சுல்கர்னைன். தயவு செய்து படித்து பயன் பெறுங்கள், குறை இருந்தால் தெரிவிக்கவும், நன்றி
এই বইটি পবিত্র কুরআনের কিছু ঐতিহাসিক তথ্যের উপর লেখা, যার উদ্দেশ্য হল কুরআনের ঐতিহাসিক সত্যতা তুলে ধরা, অনুগ্রহ করে পড়ুন এবং সুবিধা নিন, কোন ঘাটতি থাকলে জানাবেন, ধন্যবাদ
এই বইটি পবিত্র কুরআনের কিছু ঐতিহাসিক তথ্যের উপর লেখা, যার উদ্দেশ্য হল কুরআনের ঐতিহাসিক সত্যতা তুলে ধরা, অনুগ্রহ করে পড়ুন এবং সুবিধা নিন, কোন ঘাটতি থাকলে জানাবেন, ধন্যবাদ
How did man originate, this is a very complex and mysterious question which has been going on for centuries and its investigation is going on day by day. Similarly, there are many guesses about the language too, but it is not known, the search is going on continuously, but the proof of the script itself is found a little or possibly. Both these subjects are very interesting and mysterious. On the occasion of this, this book is presented in front of you,
How did man originate, this is a very complex and mysterious question which has been going on for centuries and its investigation is going on day by day. Similarly, there are many guesses about the language too, but it is not known, the search is going on continuously, but the proof of the script itself is found a little or possibly. Both these subjects are very interesting and mysterious. On the occasion of this, this book is presented in front of you, some of which has been revealed with some information. If you have more information than this, please inform, thanks,
यह पुस्तक एक प्राचीन कहानी हारूत और मारूत पर लिखी गई है, यह पूरे संसार में काफी प्रसिद्ध व लोकप्रिय है और अलग-अलग ग्रंथों में अलग-अलग नाम से वर्णित है। कृपया इस पुस्तक को पढ़ें और
यह पुस्तक एक प्राचीन कहानी हारूत और मारूत पर लिखी गई है, यह पूरे संसार में काफी प्रसिद्ध व लोकप्रिय है और अलग-अलग ग्रंथों में अलग-अलग नाम से वर्णित है। कृपया इस पुस्तक को पढ़ें और यदि कोई कमी लगे तो तत्काल अवगत कराएं, धन्यवाद
दुनिया के हर धर्म में कोई न कोई अवतार या पैगंबर या दूत होता है जो लोगों को पवित्र उपदेश देकर मार्गदर्शन करता है और यही उसी धर्म का मूल है। यदि मनुष्य उपदेश के अनुकूल नहीं चलता है
दुनिया के हर धर्म में कोई न कोई अवतार या पैगंबर या दूत होता है जो लोगों को पवित्र उपदेश देकर मार्गदर्शन करता है और यही उसी धर्म का मूल है। यदि मनुष्य उपदेश के अनुकूल नहीं चलता है तो धर्म से खारिज हो जाता है।
कृपया इस विषय पर इस पुस्तक को पढ़ें और इसका उपयोग करें। कोई खामी मिले तो तुरंत सूचित करें।
शुक्रिया -
उस परमात्मा या मालिक के लिए हर धर्म के अंदर अपनी एक प्रार्थना होती है, ऐसी प्रार्थना से ही जीवन का कल्याण होता है, बॉलीवुड की एक मशहूर फिल्म दो आंखें बारह हाथ में भी बहुत अच्छी प्र
उस परमात्मा या मालिक के लिए हर धर्म के अंदर अपनी एक प्रार्थना होती है, ऐसी प्रार्थना से ही जीवन का कल्याण होता है, बॉलीवुड की एक मशहूर फिल्म दो आंखें बारह हाथ में भी बहुत अच्छी प्रार्थना लता मंगेशकर द्वारा गाई गई है जो काफी पुरानी व प्रसिद्ध है, इसी प्रकार से पुराने स्कूलों में भी एक प्रार्थना पाठ्यक्रम में चलती है। इंसान भले ही धार्मिक कम हो लेकिन जब वह किसी तकलीफ में होता है तो अपने परमात्मा या मालिक से प्रार्थना जरूर करता है तभी उसे संतुष्टि का सुकून मिलता है यही सच है। उस मालिक के लिए हर धर्म के अंदर प्रार्थना है वह प्रार्थना किस प्रकार से कहीं गई है यह समझने का प्रयास इस पुस्तक में किया गया है कृपया इसे पढ़ें और और यदि आपकी जानकारी में और कोई प्रार्थना हो तो कृपया अवगत कराएं धन्यवाद्
Most of the population of the world is still of those who believe in religion. Religion is the priceless heritage of man. There are many religions in almost every country of the world. The ancient history of that country is still present in the holy books of that religion. Religion books are the only source of knowledge of ancient history, but today in the modern age (scientific age) the new generation is turning away from religion. The biggest reason for this
Most of the population of the world is still of those who believe in religion. Religion is the priceless heritage of man. There are many religions in almost every country of the world. The ancient history of that country is still present in the holy books of that religion. Religion books are the only source of knowledge of ancient history, but today in the modern age (scientific age) the new generation is turning away from religion. The biggest reason for this is lack of proper knowledge about religion and not reading holy books. In today's era, identification of sects in every religion is due to new things (concoctions) in religion. It is almost impossible to get information about religious sects because there is lack of books related to it, and no one gives correct information.Please read my book, if you find any shortcoming, inform immediately so that it can be improved. Thank you for your cooperation,
The word God is invented or named in different languages in each religion. To understand this one has to investigate the ancient inscriptions and history from which it is known. The concept that a person of any religion tells about God from his religion is so sure that this word is ancient than religion, it is adopted later, it is a part of some civilization (culture). By the way, many words of God have been used in the holy books of each religion, like
The word God is invented or named in different languages in each religion. To understand this one has to investigate the ancient inscriptions and history from which it is known. The concept that a person of any religion tells about God from his religion is so sure that this word is ancient than religion, it is adopted later, it is a part of some civilization (culture). By the way, many words of God have been used in the holy books of each religion, like in Islam there are 99 names, some people call them 101 as well. Similarly, there are many names of God in every religion of the world. Just as a name is given to identify a human being, in the same way God is named in the same regional language to identify him. As for the hair of atheists, they have got this word from the people of religion only. No matter how ancient an idol of any religion is, it is made into a form of one or the other human being, but God or God is a different thing, there is no idol of him. On this occasion, this book has been presented in front of you, please read it and gain your knowledge and if you have any information, please tell for the ad. Thank you .
Quran (Kareem) is a holy book which is the message of Allah (God) revealed for the betterment of humanity. This is the message of the same Qur'an when the world or human beings were born, but it continued to be revealed to each prophet from time to time. The Prophet faithfully conveyed the message of Allah to the human beings as per the orders of Allah, but the human beings kept cutting thorns in the holy book according to their selfishness, as a result, the h
Quran (Kareem) is a holy book which is the message of Allah (God) revealed for the betterment of humanity. This is the message of the same Qur'an when the world or human beings were born, but it continued to be revealed to each prophet from time to time. The Prophet faithfully conveyed the message of Allah to the human beings as per the orders of Allah, but the human beings kept cutting thorns in the holy book according to their selfishness, as a result, the human beings could not get the original (messages of Allah). After that, Allah also continued to tell his messages to the incoming prophets through the angel (Jibrail), even then the changes in the book of Allah (Tauret, Jabur, Injil and other Saheefs) continued. After that, the last book Quran Sharif (which exists till the end) on the last prophet Mohammad had to be sent (descended) for the good of mankind. Because the responsibility of this holy book has been taken by Allah Ta'ala (God) Himself. Books for familiarizing Quran (Kareem) are very few and not good in Hindi, so by the grace of Allah Ta'ala, this book has been published. Took the initiative to write. By the way, this work is very delicate, so if any mistake is found in the book, please inform as soon as possible. So that the shortcoming of the book can be removed. I have shown this book to respected Maulana Mustafa Madani Nadvi Apart from this..
Islam is the most widespread religion in the world which is spread in every city and village. Its language and culture are very ancient and it is the essence of the teachings of the ancient religions of the world. Understanding the religion of Islam is not as difficult as before because all the translations of the Holy Quran have been done in most of the languages of the world and they are easily available either in the market or through onli
Islam is the most widespread religion in the world which is spread in every city and village. Its language and culture are very ancient and it is the essence of the teachings of the ancient religions of the world. Understanding the religion of Islam is not as difficult as before because all the translations of the Holy Quran have been done in most of the languages of the world and they are easily available either in the market or through online shopping. Even the government of Saudi Arabia provides it free of cost. Now, in the world's most famous universities, studies are conducted to understand the religion of Islam. There are many sects inside this religion, whose views are different, because of any one sect, the whole religion can be defamed, unless there is information about the sect, people do not understand this and try to defame the religion of Islam. It seems This book is presented on the occasion of this, please read it and gain knowledge, if there is any deficiency, then inform immediately so that the deficiency can be rectified and if you have any more information, please tell to add, thank .
इस्लाम धर्म संसार का सबसे व्यापक धर्म है जो प्रत्येक नगर व गांव में फैला हुआ है। इसकी भाषा व संस्कृति काफी प्राचीन है और यह संसार के प्राचीन धर्म की शिक्षाओं का निचोड़ है। पहले क
इस्लाम धर्म संसार का सबसे व्यापक धर्म है जो प्रत्येक नगर व गांव में फैला हुआ है। इसकी भाषा व संस्कृति काफी प्राचीन है और यह संसार के प्राचीन धर्म की शिक्षाओं का निचोड़ है। पहले की तरह अब इस्लाम धर्म को समझना कठिन नहीं है क्योंकि पवित्र कुरआन के तमाम अनुवाद संसार की अधिकतर भाषाओं में हो चुके हैं। और यह आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं या मार्केट में या ऑनलाइन शॉपिंग द्वारा। यहां तक कि सऊदी अरब की सरकार भी निशुल्क उपलब्ध कराती है। अब तो संसार की बड़ी-बड़ी प्रसिद्धि यूनिवर्सिटी में इस्लाम धर्म को समझने के लिए पढ़ाई होती है। इस धर्म के अंदर अनेक संप्रदाय हैं जिसके विचार अलग-अलग है किन्ही एक संप्रदाय के वजह से ही पूरा धर्म बदनाम हो सकता है जब तक की संप्रदाय के बारे में जानकारी ना हो, लोग यह बात नहीं समझ पाते और इस्लाम धर्म को बदनाम करने लगते हैं। इसी के उपलक्ष में यह पुस्तक प्रस्तुत है, कृपया इसे पढ़ें और ज्ञानार्जन करें यदि कोई कमी लगे तो तत्काल अवगत कराएं जिससे कमी को सुधारा जा सके और यदि आपके पास कोई अधिक जानकारी हो तो कृपया ऐड करने के लिए बताएं, धन्यवाद
आज के इस भागमभाग जिंदगी में हर इंसान के निकट कोई ना कोई दुख जरूर है हालांकि यह दुख प्राचीन समय से ही चला आ रहा है जो इंसान के साथ लगा रहता है छोटा हो या बड़ा दुख। इसी को थोड़ा जानने क
आज के इस भागमभाग जिंदगी में हर इंसान के निकट कोई ना कोई दुख जरूर है हालांकि यह दुख प्राचीन समय से ही चला आ रहा है जो इंसान के साथ लगा रहता है छोटा हो या बड़ा दुख। इसी को थोड़ा जानने के लिए गौतम बुद्ध के विचारों को प्रदर्शित किया गया है क्योंकि उन्होंने दुख के बारे में विस्तार से चर्चा किया है। आप भी इस पुस्तक को पढ़े और दुख के विषय में यदि कोई ज्ञान अधूरा हो तो अवगत कराएं।
इस पुस्तक में चार विषयों पर चर्चा की गई है पहली जीवन एक पहेली , तथा एक इस्लामी संप्रदाय अहले हदीस का परिचय के बारे में, तथा दुर्लभ चीजें जो मेरे पास मूल रूप में मौजूद है, और अपना स्व
इस पुस्तक में चार विषयों पर चर्चा की गई है पहली जीवन एक पहेली , तथा एक इस्लामी संप्रदाय अहले हदीस का परिचय के बारे में, तथा दुर्लभ चीजें जो मेरे पास मूल रूप में मौजूद है, और अपना स्वास्थ्य सेक्स संबंधी से संबंधित के बारे में, विस्तार पूर्वक चर्चा की गई है कृपया इसको पढ़ो और अपने विचार व्यक्त करें कोई त्रुटि हो तो तत्काल अवगत करें, धन्यवाद,
कुरआन शरीफ़ एक पवित्र पुस्तक है जो अल्लाह ( ईश्वर ) का संदेश मानवता की भलाई के लिए अवतरित हुई है । यह वही क़ुरआन ( Quran ) है जब संसार की अथवा व की उत्पत्ति हुई थी लेकिन समयानुसार प्रत्ये
कुरआन शरीफ़ एक पवित्र पुस्तक है जो अल्लाह ( ईश्वर ) का संदेश मानवता की भलाई के लिए अवतरित हुई है । यह वही क़ुरआन ( Quran ) है जब संसार की अथवा व की उत्पत्ति हुई थी लेकिन समयानुसार प्रत्येक नबी पर अवतरित होती रही । नबी ने बड़ी ईमानदारी से अल्लाह के आदेशानुसार अल्लाह के संदेश को मानव तक पहुंचाते रहे लेकिन मानव अपने स्वार्थ के अनुसार पवित्र पुस्तक में कांट छांट करते रहे परिणामस्वरूप इंसान को असली ( अल्लाह के संदेश ) नहीं मिल पाते तत्पश्चात अल्लाह भी अपने संदेश आने वाले नबियों को फरिश्ता ( जिबाइल ) के द्वारा बताते रहे इसके बावजूद भी अल्लाह की किताब ( तौरेत , जबूट , इंजील और अन्य सहीफे ) में परिवर्तन जारी रहा । तत्पश्चात आखरी बी मोहम्मद स ० पर अंतिम पुस्तक कुरान शरीफ ( जो कि प्रतय तक विद्यमान रहने वाली ) को मानव की भलाई के लिए भेजना ( अवतरित करना ) पड़ा । यही एक मात्र पुस्तक शेष है जो अभी तक ( अर्थात 1429 साल बाद ) कोई भी कांट छांट करने का साहस न कर सका क्योंकि इस पवित्र पुस्तक की जिम्मेदारी खुद अल्लाह तआला ( ईश्वर ) ने ली है । कुरान ( करीम ) को परिचित कराने के लिए पुस्तकें हिन्दी में बहुत कम व अच्छी नहीं मिलेंगी इसलिए अल्लाह ताअला के फजलो करम से पुस्तक को लिखने का बीड़ा उठाया।
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की पवित्र पुस्तकों में आज भी विद्यमान है । प्राचीन इतिहास को जानने का एक मात्र श्रोत्र धर्म पुस्तकें ही हैं , लेकिन आज अत्याधुनिक युग ( वैज्ञानिक युग ) में नई पीढ़ी धर्म से विमुख होती जा रही है । इसका सबसे बड़ा कारण धर्म के बारे में सही जानकारी न होना व पवित्र पुस्तकों को न पढ़ना है । इस पुस्तक का निर्माण मात्र स्वस्थ समाज व प्रेम भाईचारा उत्पन्न हो और समाज में फैली गलतफहमियां और भ्रम दूर हो आपस में प्रेम बढ़े , यही आपसे उम्मीद है कि इस पुस्तक को पढ़कर लाभ उठाएंगे और समाज में एक स्वस्थ मानसिकता बनाएंगे ,
प्रस्तुत पुस्तक में स्टेप बाय स्टेप कई विषयों पर चर्चा की गई है जैसे पहले ईश्वर का नामकरण होता है उसके बाद प्रार्थना होती है, उपदेश महान लोगों द्वारा होता है फिर लोग कुछ नास्तिक
प्रस्तुत पुस्तक में स्टेप बाय स्टेप कई विषयों पर चर्चा की गई है जैसे पहले ईश्वर का नामकरण होता है उसके बाद प्रार्थना होती है, उपदेश महान लोगों द्वारा होता है फिर लोग कुछ नास्तिक बन जाते हैं फिर बाद में दुख पाते हैं, इसी प्रकार से स्टेप बाय स्टेप वर्णन है, कृपया इसे पढ़ें यदि ज्ञान में कोई कमी लगे तो अवगत कराएं, धन्यवाद,
जीवन की उत्पत्ति किस प्रकार हुई, यह एक बड़ा जटिल व गूढ़ प्रश्न है जो सदियों से चला आ रहा है व इसकी दिन पर दिन तहकीकात होती चली जा रही है। इसी प्रकार से भाषा के बारे में भी अनेकों अनु
जीवन की उत्पत्ति किस प्रकार हुई, यह एक बड़ा जटिल व गूढ़ प्रश्न है जो सदियों से चला आ रहा है व इसकी दिन पर दिन तहकीकात होती चली जा रही है। इसी प्रकार से भाषा के बारे में भी अनेकों अनुमान है लेकिन उसका पता नहीं चल पा रहा है, निरंतर खोज होती चली जा रही है, लेकिन लिपि का ही प्रमाण थोड़ा बहुत संभवत मिलता है । यह दोनों विषय बड़े दिलचस्प व गूढ़ है।
इस के उपलक्ष में यह पुस्तक आपके सामने प्रस्तुत है जिसका कुछ खुलासा किया गया है थोड़ी जानकारी सहित । यदि इस से अधिक जानकारी आपके पास हो तो अवगत कराएं, धन्यवाद,
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की पवित्र पुस्तकों में आज भी विद्यमान है । प्राचीन इतिहास को जानने का एक मात्र श्रोत्र धर्म पुस्तकें ही हैं , लेकिन आज अत्याधुनिक युग ( वैज्ञानिक युग ) में नई पीढ़ी धर्म से विमुख होती जा रही है । इसका सबसे बड़ा कारण धर्म के बारे में सही जानकारी न होना व पवित्र पुस्तकों को न पढ़ना है । आज के युग में प्रत्येक धर्म में सम्प्रदायों की पहचान बनाना व धर्म में नयी बातें ( मनगढ़ंत ) होने से है । धर्म के सम्प्रदायों के बारे में जानकारी मिलना लगभग असम्भव है क्योंकि इससे संबंधित पुस्तकों का अभाव है , और कोई सही जानकारी भी नहीं देता । मैंने कई धर्मों में इसकी जानकारी करनी चाही लेकिन किसी ने इसके बारे में नहीं बताया और मैंने कई आलिमों ( विद्वान ) से भेंट की लेकिन कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पायी और मैं पारसी ( जरथुस्त्र ) के पादरी के पास गया लेकिन वहाँ भी निराशा हाथ लगी और आर्य समाज व कई अन्य लोगों से मिला लेकिन सभी ने यह कह दिया कि आप अपनी पवित्र पुस्तक ( कुरआन शरीफ ) को पढ़ो । तब मैंने सोचा कि यह लोग कोई जानकारी क्यों नहीं दे रहे ?
इस पुस्तक में चार विषयों पर चर्चा की गई है पहली जीवन की कुछ अनसुलझी पहेली तथ्य, तथा एक इस्लामी संप्रदाय अहले हदीस का परिचय के बारे में, तथा दुर्लभ चीजें जो मेरे पास मूल रूप में मौज
इस पुस्तक में चार विषयों पर चर्चा की गई है पहली जीवन की कुछ अनसुलझी पहेली तथ्य, तथा एक इस्लामी संप्रदाय अहले हदीस का परिचय के बारे में, तथा दुर्लभ चीजें जो मेरे पास मूल रूप में मौजूद है, और अपना स्वास्थ्य सेक्स संबंधी से संबंधित के बारे में, विस्तार पूर्वक चर्चा की गई है कृपया इसको पढ़ो और अपने विचार व्यक्त करें कोई त्रुटि हो तो तत्काल अवगत करें, धन्यवाद,
प्रस्तुत पुस्तक में स्टेप बाय स्टेप कई विषयों पर चर्चा की गई है जैसे पहले ईश्वर का नामकरण होता है उसके बाद प्रार्थना होती है, उपदेश महान लोगों द्वारा होता है फिर लोग कुछ नास्तिक
प्रस्तुत पुस्तक में स्टेप बाय स्टेप कई विषयों पर चर्चा की गई है जैसे पहले ईश्वर का नामकरण होता है उसके बाद प्रार्थना होती है, उपदेश महान लोगों द्वारा होता है फिर लोग कुछ नास्तिक बन जाते हैं फिर बाद में दुख पाते हैं, इसी प्रकार से स्टेप बाय स्टेप वर्णन है, कृपया इसे पढ़ें यदि ज्ञान में कोई कमी लगे तो अवगत कराएं, धन्यवाद,
मनुष्य की उत्पत्ति किस प्रकार हुई, यह एक बड़ा जटिल व गूढ़ प्रश्न है जो सदियों से चला आ रहा है व इसकी दिन पर दिन तहकीकात होती चली जा रही है। इसी प्रकार से भाषा के बारे में भी अनेकों अ
मनुष्य की उत्पत्ति किस प्रकार हुई, यह एक बड़ा जटिल व गूढ़ प्रश्न है जो सदियों से चला आ रहा है व इसकी दिन पर दिन तहकीकात होती चली जा रही है। इसी प्रकार से भाषा के बारे में भी अनेकों अनुमान है लेकिन उसका पता नहीं चल पा रहा है, निरंतर खोज होती चली जा रही है, लेकिन लिपि का ही प्रमाण थोड़ा बहुत संभवत मिलता है । यह दोनों विषय बड़े दिलचस्प व गूढ़ है।इस के उपलक्ष में यह पुस्तक आपके सामने प्रस्तुत है जिसका कुछ खुलासा किया गया है थोड़ी जानकारी सहित । यदि इस से अधिक जानकारी आपके पास हो तो अवगत कराएं, धन्यवाद
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की पवित्र पुस्तकों में आज भी विद्यमान है । प्राचीन इतिहास को जानने का एक मात्र श्रोत्र धर्म पुस्तकें ही हैं , लेकिन आज अत्याधुनिक युग ( वैज्ञानिक युग ) में नई पीढ़ी धर्म से विमुख होती जा रही है । इसका सबसे बड़ा कारण धर्म के बारे में सही जानकारी न होना व पवित्र पुस्तकों को न पढ़ना है । इस पुस्तक का निर्माण मात्र स्वस्थ समाज व प्रेम भाईचारा उत्पन्न हो और समाज में फैली गलतफहमियां और भ्रम दूर हो आपस में प्रेम बढ़े , यही आपसे उम्मीद है कि इस पुस्तक को पढ़कर लाभ उठाएंगे और समाज में एक स्वस्थ मानसिकता बनाएंगे.
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की पवित्र पुस्तकों में आज भी विद्यमान है । प्राचीन इतिहास को जानने का एक मात्र श्रोत्र धर्म पुस्तकें ही हैं , लेकिन आज अत्याधुनिक युग ( वैज्ञानिक युग ) में नई पीढ़ी धर्म से विमुख होती जा रही है । इसका सबसे बड़ा कारण धर्म के बारे में सही जानकारी न होना व पवित्र पुस्तकों को न पढ़ना है । इस पुस्तक का निर्माण मात्र स्वस्थ समाज व प्रेम भाईचारा उत्पन्न हो और समाज में फैली गलतफहमियां और भ्रम दूर हो आपस में प्रेम बढ़े , यही आपसे उम्मीद है कि इस पुस्तक को पढ़कर लाभ उठाएंगे और समाज में एक स्वस्थ मानसिकता बनाएंगे ,
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की पवित्र पुस्तकों में आज भी विद्यमान है । प्राचीन इतिहास को जानने का एक मात्र श्रोत्र धर्म पुस्तकें ही हैं , लेकिन आज अत्याधुनिक युग ( वैज्ञानिक युग ) में नई पीढ़ी धर्म से विमुख होती जा रही है । इसका सबसे बड़ा कारण धर्म के बारे में सही जानकारी न होना व पवित्र पुस्तकों को न पढ़ना है । इस पुस्तक का निर्माण मात्र स्वस्थ समाज व प्रेम भाईचारा उत्पन्न हो और समाज में फैली गलतफहमियां और भ्रम दूर हो आपस में प्रेम बढ़े , यही आपसे उम्मीद है कि इस पुस्तक को पढ़कर लाभ उठाएंगे और समाज में एक स्वस्थ मानसिकता बनाएंगे ,
प्रस्तुत पुस्तक में स्टेप बाय स्टेप कई विषयों पर चर्चा की गई है जैसे पहले ईश्वर का नामकरण होता है उसके बाद प्रार्थना होती है, उपदेश महान लोगों द्वारा होता है फिर लोग कुछ नास्तिक
प्रस्तुत पुस्तक में स्टेप बाय स्टेप कई विषयों पर चर्चा की गई है जैसे पहले ईश्वर का नामकरण होता है उसके बाद प्रार्थना होती है, उपदेश महान लोगों द्वारा होता है फिर लोग कुछ नास्तिक बन जाते हैं फिर बाद में दुख पाते हैं, इसी प्रकार से स्टेप बाय स्टेप वर्णन है, कृपया इसे पढ़ें यदि ज्ञान में कोई कमी लगे तो अवगत कराएं, धन्यवाद,
मनुष्य की उत्पत्ति किस प्रकार हुई, यह एक बड़ा जटिल व गूढ़ प्रश्न है जो सदियों से चला आ रहा है व इसकी दिन पर दिन तहकीकात होती चली जा रही है। इसी प्रकार से भाषा के बारे में भी अनेकों अ
मनुष्य की उत्पत्ति किस प्रकार हुई, यह एक बड़ा जटिल व गूढ़ प्रश्न है जो सदियों से चला आ रहा है व इसकी दिन पर दिन तहकीकात होती चली जा रही है। इसी प्रकार से भाषा के बारे में भी अनेकों अनुमान है लेकिन उसका पता नहीं चल पा रहा है, निरंतर खोज होती चली जा रही है, लेकिन लिपि का ही प्रमाण थोड़ा बहुत संभवत मिलता है । यह दोनों विषय बड़े दिलचस्प व गूढ़ है।
इस के उपलक्ष में यह पुस्तक आपके सामने प्रस्तुत है जिसका कुछ खुलासा किया गया है थोड़ी जानकारी सहित । यदि इस से अधिक जानकारी आपके पास हो तो अवगत कराएं, धन्यवाद,
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की
संसार की अधिकतर जनसंख्या आज भी धर्म में आस्था रखने वालों की है । धर्म मनुष्य की अमूल्य धरोहर है । लगभग संसार के प्रत्येक देश में अनेक धर्म है । उस देश का प्राचीन इतिहास उसी धर्म की पवित्र पुस्तकों में आज भी विद्यमान है । प्राचीन इतिहास को जानने का एक मात्र श्रोत्र धर्म पुस्तकें ही हैं , लेकिन आज अत्याधुनिक युग ( वैज्ञानिक युग ) में नई पीढ़ी धर्म से विमुख होती जा रही है । इसका सबसे बड़ा कारण धर्म के बारे में सही जानकारी न होना व पवित्र पुस्तकों को न पढ़ना है । इस पुस्तक का निर्माण मात्र स्वस्थ समाज व प्रेम भाईचारा उत्पन्न हो और समाज में फैली गलतफहमियां और भ्रम दूर हो आपस में प्रेम बढ़े , यही आपसे उम्मीद है कि इस पुस्तक को पढ़कर लाभ उठाएंगे और समाज में एक स्वस्थ मानसिकता बनाएंगे ,
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