दिल दश्त, लेखक द्वारा प्रकाशित की गई पाँचवी पुस्तक है। इसके पहले लेखक की 'दिल से', 'दिल विल', 'गल्लां दिल दी' और अंग्रेजी संस्करण 'माई दिल गोज़' पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। दिल दश्त पुस्तक लेखक के विचारों से ओतप्रोत है, जो विभिन्न लेखों के अनूठे समागम की पेशकश करती है। यह पुस्तक राजनीति, शिक्षा, प्रेरणा, समाज, संस्कृति और व्यवसाय जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित है। दिल दश्त के लेख समाज की उधेड़-बुन, देश में शिक्षा क्षेत्र में बदलाव की जरुरत, प्रेरणादायी जीवन, राजनीतिक उठा-पटक और व्यापार आदि को नई दिशा देने जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रकाश डालते हैं।
दिल दश्त को समाज के प्रति लेखक के अनूठे विचारों और दुनिया को देखने के नज़रिए को पाठकों के सामने पेश करने के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है। समाज को लेकर अलग नज़रिया रखने वाले करोड़ों लोग, जो अपनी बात को शब्दों में नहीं पिरो पाते हैं, यह पुस्तक उनके विचारों को जाग्रत करने का काम बखूबी करती है। बात शिक्षा की हो या आधुनिक दुनिया में इंसानियत के बदलते रवैये की, विधानसभा चुनाव की सरजमीं में उथल-पुथल की हो या व्यवसाय को सफलता के लिए नए तरीकों को अपनाने की, पूरी दुनिया में प्रसिद्ध भारत की सदियों से चली आ रही संस्कृति को चक्की में पिसते देखने की हो या विभिन्न विचारधाराओं की आड़ में धर्मों के घूटते हुए दम की, इस पुस्तक में शामिल हर एक क्षेत्र के संबंधित लेख भावनाओं और विचारों के साथ बेहद खूबसूरती से पिरोए गए हैं। समाज को एक नई दिशा देने के लिए तत्पर यह पुस्तक अपने विशिष्ट लेखों के माध्यम से पाठकों के दिलों को गहराई से छू लेने का वादा करती है।