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Guphtagu / गुफ्तगू

Author Name: Kunal Mehta | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

कुछ बातें जो अक्सर हम कभी किसी और के साथ नही कर पाते, किसी घबराहट के कारण या शायद शर्म, उन्हीं कुछ बातों को कविता के माध्यम से पन्नों में संजोकर इस किताब में पिरोया गया है। 

गुफ्तगू सिर्फ प्रेम प्रसंग तक सिमटी पुस्तक नही है इसमें और भी अन्य विषयों पर गुफ्तगू की गई है जिसके माध्यम से हर पढ़ने वाला किसी न किसी कविता से खुद को जोड़ पाए। 

इस पुस्तक में कुल 21 कविताएं जिसमें से कुछ मेरे जीवन से जुड़ी है और कुछ किस्से मैंने कही सुने या काल्पनिक है और इनमें से कोई भी कविता अब तक न किसी मंच पर उतरी है और न ही किसी और जगह।।

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कुनाल मेहता

कुनाल मेहता एक युवा कवि है जो पेशे से एक कारोबारी है और एक छोटे से कस्बे से आते जो कुरुक्षेत्र - ( महाभारत की धरती ) पर स्थित है। 

कविता सुनने और लिखने की शुरुआत उनके कॉलेज के दिनों से हुई और उसके बाद से उनकी रुचि इसमें दिन प्रति दिन बढ़ती ही चली गई। कॉलेज के दिनों में उन्होंने अनेक कविताएं लिखी जिसमें से कुछ उनके सोशल मीडिया प्लेटफार्म (इंस्टाग्राम) पर मिलेंगी। 

अभी वह अपना पूरा समय अपने कारोबार में लगाते है लेकिन अपने दिल की खुशी के लिए आज भी कभी कभी लिखते रहते है।

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