इंजी० डोगराजी ने “बंदूक से कलम" तक का सफर पूरी निष्ठा एवं निस्वार्थ भावना से तय किया है। वह समाज के भूले-भटके, कुंठित, बीमार , विकृत मानस्किता वाले लोगों का न सिर्फ मार्गदर्शन कर रहें हैं बल्कि उनमें जीवन के प्रति नई सोच, नई दृष्टि, नई स्फूर्ति तथा नई आस्था पैदा कर रहें हैं। ईश्वर उनकी कलम को निरन्तर उर्वरता तथा ऊर्जा प्रदान करता रहे। मुझे विश्वास है कि पाठक, "ज्ञान का गुलदस्ता" का सहर्ष स्वागत करेंगे तथा जीवन में लाभान्वित होंगे। इन्हीं मुबरकों तथा शुभ कामनाओं के साथ।
6, दिसम्बर, 2019डॉक्टर धर्मपाल साहिल
(राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित साहित्यकार)
रिटायर्ड प्रिंसिपल -98761569641
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