यदि आप आज भी अपनी पढ़ाई पूरी करके पूरी तरह से अपने माता-पिता पर आश्रित हैं.
यदि आप आज भी अपनी पढ़ाई को छोड़कर अपने माता-पिता पर आश्रित हैं
यदि आज भी आप अपने पैरों पर खड़े नहीं हुए हैं.
यदि आज भी आप आत्मनिर्भर नहीं हुए हैं.
यदि आप आज भी सरकारी नौकरी की उम्मीद पर बैठे अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं.
यदि आज भी आप ने कोई व्यापार शुरू नहीं किया है.
यदि आज भी आपको व्यापार शुरू करने में शर्म आती है.
यदि आप यह बात भी जानते हैं कि हमारे देश में बेरोजगारी का आंकड़ा 6.7% को भी पार कर गया है.
हमारे देश में युवा की जनसंख्या 65% है.
जो बेरोजगारी से जूझ रहे हैं.
यदि यह सब जानते हुए आप बेरोजगारी मे जीवन गुजार रहे हैं.
तब यह किताब "बेरोजगारी कैसे दूर करें" सिर्फ और सिर्फ आप जैसे लोगों के लिए ही बनी है.
जो अभी भी बेरोजगारी की कतार में है.
मान सिँह नेगी, उम्र 52 वर्ष,स्नातक बी ए हिंदी आनर्स, उत्तम नगर नई दिल्ली-110059, उतराखंड का निवासी. दिल्ली मे हीं जन्म, पढ़ाई लिखाई, विवाह हरिद्वार उतराखंड से. लिखने के शोक के कारण डाक्टर मान सिँह नेगी लिखता हू. पत्नी का नाम पुष्पा नेगी दो बच्चे बड़ा बेटा सौरभ नेगी, प्रबंधक छोटे बेटे गौरव नेगी ने बी.काम किया है स्वर्गीय पिताजी नन्दन सिँह माता जी लक्ष्मी देवी