जब से धरती पर इंसान ने जन्म लिया है तब उसने बोलना सीखा । बोली ही भाषा होती है जो वह समाज में रहता है या जो सभ्यता होती है और यही भाषा की लिखने की प्रथा या ढंग को लिपि कहते हैं लिपि के द्वारा ही भाषा या बोली या अपनी बात को किसी के सामने लिखकर बता सकते हैं। इसी प्रकार से भारत की एक महान लिपि ब्राह्मी के नाम से है जो काफी प्राचीन है। इस लिपि के अंतर्गत कई लिपियां उत्पन्न होती हैं जो भाषा को लिखने का काम करती है। देवनागरी लिपि की उत्पत्ति ब्राह्मी से ही हुई है और उसमें हिंदी भाषा लिखी जाती है इसी प्रकार से जितने भारत के महान धर्म हुए हैं उनके पवित्र धर्म पुस्तकों में ब्राह्मी लिपि से रामी लिपि द्वारा उत्पन्न अन्य लिपियां का प्रयोग किया गया है जो की भाषा के रूप में है। इस पुस्तक में ब्राह्मी लिपि का इतिहास तथा भारत के महान धर्म की पुस्तकों की भाषा के बारे में विवरण दिया गया है। कृपया इसे पढ़ें अथवा कोई कमी लगे या इससे अधिक आपके पास जानकारी हो तो उपलब्ध कराये , मैं आपकी जानकारी को साझा करूंगा ।
धन्यवाद्