Share this book with your friends

Jab hum garib the / जब हम गरीब थे

Author Name: Krishan Khandelwal | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

जब हम गरीब थे

अनुभूति हमेशा आपको आईने की तरह सच का सामना करने को विवश करती है। मैंने अपने अनुभवों के आधार पर "जब हम गरीब थे" काव्य संग्रह में वही कविताएं संकलित की हैं, जो आपकी जीवन यात्रा में साथ-साथ चलेंगी। पाठक स्वयं कविता का पात्र होकर जब पठन करेगा तो लगेगा वही उसका सृजक है। काव्य संग्रह की कविताओं में वर्तनी की अशुद्धियां होना स्वाभाविक है मगर भाव की शुद्धता का ध्यान अवश्य रखा गया है।
 
किशन खंडेलवाल।

khandelwalkrishan61@gmail.com

इंस्टाग्राम आईडी – @unitepublication_

ईमेल आईडी – unitepublicationrn@gmail.com

Read More...

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Sorry we are currently not available in your region.

Also Available On

किशन खंडेलवाल

नाम - किशन खंडेलवाल
ई मेल - khandelwalkrishan61@gmail.com
जन्म तिथि - 04 अक्टूबर 1961
शिक्षा - वाणिज्य स्नातक 1982 
बिड़ला पिलानी, राजस्थान विश्व विद्यालय, जयपुर, राजस्थान।

विशेष कार्य व उपलब्धियां -
1) राजभाषा पर परिचर्चा।
2) हास्य व्यंग कवि, राष्ट्रीय कवि सम्मेलनों में मंच संचालक, सफल प्रबंधक।
3) संपादक युवा ज्योति, संपादक मंडल युवा ज्योति राष्ट्रीय।

Read More...

Achievements

+3 more
View All