प्राक्कथन
साहित्य स्वांत सुखाय के साथ साथ लोक हिताय के लिए हो तो उसको सफल साहित्य माना जाता है। साहित्य की बहुत सी विधाओं में लिखा जाता है जैसे कथा-कहानी, कविता, गजल, नाटक उपन्यास, लघुकथा इत्यादि अनेक विधाएं हैं जिसमें साहित्य की रचना की जा रही है। हीरा सिंह कौशल ने दूरभाष पर कहा कि आप ने मेरी लघुकथा पर अपनी बात लिखनी है। इन्होंने कहा कि कि मैं आपको लघुकथाएं भेजूंगा आपने इसमें अपनी बात कहनी है।