‘‘मौसमी’’ एक नाटकीय कहानी की तरह लिखी गई किताब (उपन्यास) है जिसमें आज के युग में चल रही बहुत सी बुराइयों और अच्छाइयों को दर्शाने की छोटी सी कोशिश की है। जिसमे सब रंग हैं जैसे प्रेम, आकर्षण, दोस्ती, दुख, सुख, अपराध, भक्तिभाव, अंधविश्वास आदि को सम्मिलित किया गया है।
प्रेम के नाम पर आकर्षण और समर्पण के नाम पर वासना, अपने स्वार्थ के लिए अधर्म का सहारा लेना और तंत्र-मंत्र जैसे अन्धविश्वास के घोर अन्धकार को उजागर करती हुई कहानी हैं!
आशा हैं आप सुधि पाठकों को अवश्य पसंद आयेगी.....