कु छ शब्द मेरे
इस संकलन में संकलित कविताओं के माध्यम से
लेखिका ने बड़े ही सरल शब्दों में जीवन और उसके
विभिन्न रंगों को दर् शाने का प्रयत्न कि या है। समाज
में पनप रहे आतंकवाद, बलात्कार जैसे घिनौने पाप
और वंश के नाम पर लड़के और लड़कि यों में हो रहे
भेद-भाव जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला है। रिश्ते जो
इंसान के जीवन का सबसे बहुमूल्य हि स्सा है, उस पर
अपनी रचना के रंग बिख ेरे हैं। एक औरत के जीवन
का सबसे बड़ा सुख-मात्रत्व का सुख होता है। उस
सुख से वंचि त रहने की पीड़ा को लेखिका ने शब्दों में प्रस्तुत करने का प्रयास कि या है।
लेखिका अपनी आवाज़ आप तक पहुँचाने में कि तनी सफल रही, इसका फ़ै सला पाठक स्वयं करे।