ज़रा पानी की लहरों को देखो
इस कदर इतरा रहीं हैं,,,
मानों हमें रिझा रही हैं,,,
गुज़रे साल के कुछ लमहों को बता रहीं हैं,,
कुछ लमहें बहोत खुबसूरत थे,,
तो कुछ लमहें ज़रा तकलीफ दायक थे,,
पर फिर भी एक सुकून था
कयोंकि अपनों का साथ,,,
आज फिर एक खूबसूरत जिंदगी की शुरुआत करनी हैं कुछ नई लहरों का सामना करना हैं और खुद को काबिल बनाना॥
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