मेँ "अंजली श्रीवास्तव" जिला बदायूं उझानी उत्तर प्रदेश निवासी पुस्तक "मुहब्बत -ए-तलब" की रचियता , आप सब पाठकगण को नमन करते हुए, अपनी पुस्तक के बारे मेँ बताना चाहती हु कि यह किताब मेरे जीवन का एहसास है और जीवन से सीखी हुई बहुत अनमोल बाते और मेरे अनमोल एहसास हैI जो मैंने महसूस करके अपने चित्त के माध्यम से भाव को संचारी भाव से प्रस्तुत कर ये पुस्तक रचित की हैI जिसमे सभी मित्रो का तहे दिल से आभार प्रकट करती हु Iजिहोने मुझे निस्वार्थ निष्पक्ष साथ दिया और मित्रो वादा करती हु, मेरे काव्य संग्रह ऐसे ही आपको वक्त वक्त पर मिलते रहेंगेI