सर्वप्रथम आप सभी पाठकों अनुराग्यम् की ओर से कृष्णा जन्मोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं मंगलमय हों । भगवान् श्री कृष्ण आप सभी पर अपना आशीर्वाद और कृपा बनाए रखें। यूं ही नहीं ये माखनचोर चितचोर है, जन्म देनेवाली देवकी मां और पालन पोषण करने वाली मां यशोदा के लाल की जीवन गाथा विश्व विख्यात है । जिसको शब्दों में बयां कर पाना असम्भव है ।
भारत की अनेक खूबियां हैं, जिनमें सबसे अधिक और अनमोल भारतीयों का भक्ति भाव और ईश्वर में अटूट आस्था है। अनुराग्यम् का ये काव्य संग्रह “मुरलीधर” पूर्ण रुप से कृष्ण भक्ति से सराबोर है। हमारे अमूल्य रचानकारों ने कृष्ण जी के प्रति जो प्रेम व भक्ति भाव में डूबकर जो रचनाएं लिखीं हैं, आप उनको अवश्य पढ़ें और हो जाइए आप भी कृष्णमयी ।