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NARI ASTITW / नारी अस्तित्व

Author Name: Ram Pratap Singh | Format: Paperback | Genre : Biographies & Autobiographies | Other Details

नारी अस्तित्व संघर्ष की गाथा है| इस उपन्यास में महाभारत काल की द्रौपदी की ‘चीरहरण’ की घटना से लेकर अब तक नारी के साथ किये गए भेदभाव, अपमान और अत्याचारों की कहानियाँ हैं | उपन्यास के अंत में एक निःस्वार्थ प्यार की  कहानी भी  शामिल की गई हैं जो यह साबित करती है कि ‘प्यार सर्वोपरि’ है  |ये कहानियाँ आप को सोचने पर मजबूर कर देंगी कि एक नारी पुरुष के अत्याचारों से कितना सतायी जाती है| यक्ष प्रश्न यही है कि क्या उसे बराबरी और सम्मान से जीने का हक नहीं है? 

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राम प्रताप सिंह

राम प्रताप सिंह भारतीय सेना, मैकनाइज्ड इनफेन्ट्री रेजीमेंट व सीमा सुरक्षा बल में एक सैन्य अधिकारी थे | उन्हे सैन्य सेवा का 36 वर्षों का अनुभव है| उन्होंने MA (English),LLM, PGDHR (Post Graduate Diploma in Human Rights), DLL&LW (Diploma in Labour Laws and Labour Welfare), Diplomaa in Cyber Laws, MDBA (Master Diploma in Business Administration) में मास्टर्स डिग्री व डिप्लोमा हासिल किया है |सैन्य सेवा से मुक्त होने के बाद उन्होंने वकालत का पेशा भी अपनाया|अब वह अपना पूरा समय पठन-पाठन व लेखन में देते हैं |“नारी अस्तित्व” उनका 31 वां उपन्यास है |

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