३४ वर्षों बाद जब भारत की शिक्षा नीति में आमूल परिवर्तन हुआ तब शिक्षण क्षेत्र से जुड़े सभी ने इसका स्वागत किया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति २०२० एक तरफ तो आशा की किरण जगाती है पर दूसरी तरफ इस से जुड़ी चुनौतियाँ भी इंगित करती हैं . शिक्षा नीतियों को फलीभूत करने का दायित्व भी शिक्षकों पर ही निर्भर करता है। डी बी एम एस कॉलेज के प्रबंधन एवं शिक्षकों ने इस पुस्तक में इन चुनौतियों को स्वीकार करते हुए समाधान ढूंढने की कोशिश की है. शिक्षाविदों के विचारों का यह संग्रह शिक्षा जगत में निश्चित रूप से अपनी छाप छोड़ेगा और इक्कीसवीं सदी में यह पुस्तक एक महत्वपूर्ण दस्तावेज़ होगी।