कवियों की पाठशाला" , एक ऐसा पटल हैं , जहां सभी लोग एकजुट हो; एक परिवार की जुड़े हुए हैं , यहां हमारी पाठशाला में एक- दूसरे से सिखा एवं सिखाया जाता हैं। हमारा यह पटल भारत के विविध क्षेत्रों से और विदेश में बसने वाले भारतीयों के दिलों के संग धड़कता है ; और संपूर्ण भारतीय संस्कृति को दर्शाता है।
हमारे इस पटल में विविध जाती , धर्म, प्रांत के लोग देश - विदेश के विविध क्षेत्रों से जुड़े हुए हैं । जो कि अपनी विविध संस्कृति , भाषाएं , वेशभूषा , त्योहार , आदी दर्शाते हैं । यहां बिना किसी बात का भेद करते हुए सभी एकजुट होकर इस पटल को संपूर्ण करते है । हमारे इस पाठशाला में विविध रसों का समावेश है , ग़ज़ल, उन्मुक्त काव्यांजलि, छंद , तर्रानुम , कविता , दोहे , रचनाएं इत्यादि रचनाएं विविध कवियों द्वारा की जाती है एवं सीखी और सिखाई जाती हैं ।
"कवियों की पाठशाला" की " शान " सारे कवि- कवियित्रीयों से और उनके द्वारा ही कायम है । आप है तो हम हैं वरना हम कुछ भी नहीं ।। आप सभी के साथ एवं आशीर्वाद से हम आज इस मुकाम पर हैं । हमने बस एक सपना देखा था किंतु इसे साकार आप सभी की मेहनत और लगन ने बनाया है ।
"कवियों की पाठशाला " अपने पाठकों का एवं कवियों का इस परिवार के हर एक सदस्य का तह दिल से शुक्रिया , आभार व्यक्त करती हैं । आप सभी का साथ इसी तरह कालांतर बना रहे यही आशा हम करते हैं ।।