इस पुस्तक मे लेखक ने अपनी अंतरात्मा की पवित्र आवाज को सुनकर प्रकाश पुंज की रचना की है.
जिसके माध्यम से लेखक ने पाठको के पवित्र हृदय को छूने का सफल प्रयास किया है.
हमे उम्मीद है, आप सब इस प्रकाश पुंज को पढ़ एंव समझ कर दूसरो को भी पढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे.
प्रकाश पुंज पुस्तक को दूसरे के बेहतर जीवन के लिए. आप सब आपना-अपना महत्वपूर्ण योगदान अवश्य देंगे.
यदि आपके और हमारे हल्के प्रयास से किसी एक के जीवन मे भी प्रकाश पुंज पुस्तक के माध्यम से उजियारा होता है.
तब आप और हमारा जीवन सफल हीं कहा जाएगा.
यह पुस्तक सबके जीवन को प्रकाश पुंज से प्रकशित करने आई है.
यह पुस्तक सबके जीवन को प्रकाशित करेगी.
यह हमारी प्रार्थना है, भगवान राधेश्याम से
लेखक मान सिँह नेगी
मान सिँह नेगी, उम्र 52 वर्ष,स्नातक बी ए हिंदी आनर्स, उत्तम नगर नई दिल्ली-110059, उतराखंड का निवासी. दिल्ली मे हीं जन्म, पढ़ाई लिखाई, विवाह हरिद्वार उतराखंड से.
लिखने के शोक के कारण डाक्टर मान सिँह नेगी लिखता हू.
पत्नी का नाम पुष्पा नेगी
दो बच्चे
बड़ा बेटा सौरभ नेगी, प्रबंधक
छोटे बेटे गौरव नेगी ने बी.काम किया है
स्वर्गीय पिताजी नन्दन सिँह
माता जी लक्ष्मी देवी