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Radhe Ka Bhakt (Part-2) / राधे का भक्त (भाग-2)

Author Name: Man Singh Negi | Format: Paperback | Genre : Religion & Spirituality | Other Details

कृष्ण ही राधे है, राधा ही कृष्ण है।

 कृष्ण कहते हैं तुम गीत हो, तुम मनमीत हो, तुम प्रीत हो राधे।

कृष्ण स्वयं कहते हैं, जो भी, जब भी, राधे का नाम पुकारेगा।

 मैं जहां भी रहूं उसके लिए सारे कार्य छोड़ कर उसकी मदद के लिए पहुंच जाऊंगा।

जब भी कहीं भी उलझ जाओ तब राधे का नाम जपना मत छोड़ना।

राधे का नाम जपोगे तब यकीन मानिए राहे स्वयं आसान और सरल हो जाएंगी।

जिह्वा को पवित्र करते हुए प्रेम से बोल दे।

राधे-राधे वरना राधे रानी बुरा मान जाएंगी।

राधे राधे

आध्यात्मिक गुरु मान सिंह नेगी

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मान सिंह नेगी

मान सिँह नेगी, उम्र 52 वर्ष,स्नातक बी ए हिंदी आनर्स, उत्तम नगर नई दिल्ली-110059, उतराखंड का निवासी. दिल्ली मे हीं जन्म, पढ़ाई लिखाई, विवाह हरिद्वार उतराखंड से. लिखने के शोक के कारण डाक्टर मान सिँह नेगी लिखता हू. पत्नी का नाम पुष्पा नेगी दो बच्चे बड़ा बेटा सौरभ नेगी, प्रबंधक छोटे बेटे गौरव नेगी ने बी.काम किया है स्वर्गीय पिताजी नन्दन सिँह माता जी लक्ष्मी देवी

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