मनुष्य यौवन के पनपते ही उसके रशिकता से प्रभावित हो जाता है और यह यौवन की रशिकता मनुष्य को अनेकों भाव देती है। काव्य अपने आप को व्यक्त करने की कला है। मैंने भी इस पुस्तक में अपनी कविताओं के माध्यम से अपनी भावनाओ को व्यक्त करने की कोशिश की है।
कवि साहिल रजा 'शरीन' जी का जन्म 26 जून 2001 में अपने ननिहाल उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में हुआ था इनके पिता का नाम महमुद्दीन तथा माता का नाम रुबी।अपने गुरु डॉ॰अरुण तिवारी जी से प्रेरित होकर ये काव्य रचनाएं करने लगें।