ज़िंदगी जयपुर शहर के कॉलेज और जयपुर शहर के ढाबों और गलियारों से होते हुए गुजारी, और ज़िंदगी को जीने और समझने की कोशिश में मुहोब्बत की मिठास और कड़वाहट और शहर के हिस्सों में साथ बिताए वो पल कहीं न कहीं हर रोज़ कुछ न कुछ लिखने के लिए मजबूर कर देते हैं, तो उन सभी पलो की यादों को एक साथ मिलाने की ख्वाइश इस किताब के साथ पूरी हो रही है ....