मैं “कवयित्री साक्षी चौहान” (रेख्ता) की लेखिका इस किताब में जितनी भी रचनाएं है वो सब मेरे विचार और मेरे अनुभव है जो मैंने अपने आस पास देखा और महसूस किया और और कुछ संजीदा विषय पर भी कविताएं लिखी है ।मेरा उद्देश्य सिर्फ इतना है की मेरी कविताओं समाज की सोच बदलने में सफल हो सके तो वास्तव में इस किताब को लिखने का उद्देश्य पूर्ण हो जाएगा।इसके अलावा दुनियां का सबसे खुबसुरत विषय प्रेम है और वास्तव में प्रेम क्या है उसे भी अपने शब्दो में बखूबी बताया है
और इस पुस्तक की कविताओं को आप पूरी तरह अपने जीवन से जोड़ पाएंगे ।वास्तव में वर्तमान समय में ही नही बल्कि हर युग में अगर कोई हैं जो वास्तव में आपका मित्र है तो वह किताबे ही है । जो हमें बहुत कुछ सिखाती है ।
इस किताब को पाठकों के बीच लाने का उद्देश्य यही है कि इस संसार में जितने भी रिश्ते है आप उनका महत्व जान पाए ।और अक्सर समाज के द्वारा लोगों की मजबूरियों को अनदेखा कर उन पर बेवजह के इल्जाम लगा कर उन्हें अपमानित किया जाता है इस सोच से हम बाहर आ सके।और हर व्यक्ति को बिना शिकवा शिकायत के अपना पाए