“समाज और लड़कियां” समाज में रहने वाली हर लड़की और महिला को समर्पित एक पुस्तक है। जो समाज में रहकर कहीं ना कहीं समाज से जूझ रही है। इस पुस्तक के जरिए हम किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचना चाहते। इस समाज में हर कोई अपने आप में ही अपनी परेशानियों से जूझ रहा है। लेकिन एक लड़की के लिए इस समाज में रहना और अधिक कठिन हो जाता है। और उन्हें कदम कदम पर समाज के द्वारा कुछ ना कुछ झेलना ही पड़ता है। इस पुस्तक के द्वारा हम उन सभी को प्रेरित करना चाहते हैं कि वो भी समाज की बेड़ियों को तोड़कर आगे बढ़ सकें और अपना और अपने माता पिता का नाम रोशन कर सकें।
धन्यवाद्।