जितनी पाठकों से आशा थी उससे कहीं ज्यादा प्यार इस पुस्तक को मिला। पिछले साल सितंबर में इसका पहला संस्करण प्रकाशित हुआ था। अब इसका दूसरा संस्करण प्रकाशित करते हुए हमें बहुत खुशी हो रही है। बहुत सारे जागरूक पाठकों ने प्रूफ की गलतियां बताई हैं, उनको दूर करने का प्रयास किया गया है। पुस्तक लोगों तक पहुंची तो कई और स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में पता चला। उनमें से तीन का संक्षिप्त परिचय दे रहे हैं। वहीं कुछ का पता चला लेकिन उनके बारे में लिख नहीं पाए, अगले संस्करण में जरूर उनके बारे में लिखवाने की कोशिश की जाएगी।