The book is a collection of 43 poems in Hindi. Some of the poems are based on the general feelings and experiences of modern life and the rest are on the misconcepts of good governance and bad practices prevailed in the society.
पटना विश्वविद्यालय से सांख्यिकी में एम०एस-सी० एवं पी-एच०डी० | बेयालिस वर्ष शिक्षण - कार्य के उपरान्त पटना विश्वविद्यालय से 2015 में सेवानिवृत | शिक्षण के अलावे पटना विश्वविद्यालय में निदेशक, दूर शिक्षा निदेशालय; अध्यक्ष, स्नातकोत्तर सांख्यिकी विभाग; निदेशक, जनसंख्या शोध केन्द्र; अध्यक्ष, छात्र कल्याण संकाय; निदेशक, एकेडेमिक स्टाफ कॉलेज; संकायाध्यक्ष, विज्ञान संकाय आदि अनेक पदों पर योगदान |
विभिन्न राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय शोध - पत्रिकाओं में 100 से अधिक शोध - पत्र प्रकाशित एवं अपने निर्देशन में 11 शोध छात्र - छात्राओं को पी-एच०डी० की उपाधि प्राप्त |
आरम्भ से ही हिन्दी साहित्य से लगाव | विभिन्न पत्र -पत्रिकाओं में समय-समय पर अनेक रचनाएँ प्रकाशित | आकाशवाणी, पटना से अनेक भोजपुरी कहानियाँ प्रसारित | पूर्व में एक कविता - संग्रह, "अंजुरी भर मेरी भी " और एक भोजपुरी कहानी - संग्रह "आखिर के ठगाता " प्रकाशित |
वर्त्तमान पता - प्रेमचन्द पथ, राजेन्द्र नगर, पटना - 800016, बिहार |
Email: mishraamar@rediffmail.com