"ज़िन्दगी एक मोहताज"
ज़िन्दगी असल में मोहताज ही है सबकी, किसी के उसकी ज़िन्दगी बहुत ऊँचे दर्जे की होती है उससे भी कभी न कभी अपने ज़िन्दगी से नफरत हुई होगी।
मेरी ये किताब में मेरी कहानी है, जिसमे मैंने अपनी एक छोटी कहानी लिखी है, बचपन का कुछ लिखने के लिए एक किताब कम पड़ जाए इसलिए छोटे शब्दों में लिखा गया है, और असलियत में मेरी पहले प्यार के बारे चर्चा की गयी है। ये कहानी बहुत कम लोग इसको ढंग से जानते है, एक छोटे शहर का छोटे परिवार से आने वाला लड़का क्या क्या दिक्कत सहनी पड़ती है, शायद वो सबकी कहानी भी इस तरह की हो सकती है। सब लोग अपन अंदर बहुत कुछ दबा के रख लेते है, कोई होते नहीं उनके पास पूछने वाले जिससे वो बता सके।
इस कहानी में मेरे, मै जिससे प्यार करता था,मेरे कुछ करीबी दोस्त उनकी चर्चा है, आप सभी को हर एक के बारे जानने का मौका मिलेगा।
- अर्णव अजित
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