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Charag / चराग

Author Name: Ankur Kumar | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

चराग मेरे जीवन की पहली किताब है। इस किताब में जीवन के अलग अलग पहलूओं का वर्णन किया गाया है। इंसान का जीवन भी एक चराग की तरह ही होता है। हर गुज़रते पल के साथ जीवन धीरे धीरे कम होता जा रहा है, बिलकुल उसी तरह जैसे एक जलता चराग कम होता है। जिस तरह एक चराग, आँधी और तूफान में भी जलते रहने और अपना काम करने कि कोशिश करता है उसी तरह से मनुष्य को भी हर कठिनाई का सामना ड़ट कर करना चाहिए। अंत में एक रोज़ चराग की तरह ही जीवन का भी अंत हो ही जाना है।

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अंकुर कुमार

अंकुर कुमार 24 वर्षीय युवा कवी व लेखक हैं। इन्होंने अपने कलम के माध्यम से अपने विचारों को व्यक्त करने का रास्ता चुना। एक विचारक, ब्लॉगर और एक आकांक्षी लेखक की विभिन्न शैलियों को व्यक्त करते हैं, जो पढ़ना और लिखना पसंद करते हैं। चराग इसलिए भी खास है क्योंकि यह इनके जीवन कि पहली किताब है। अंकुर अपने विचार और अपनी कविताएँ अपने ब्लॉग www.poetnary.wordpress.com पर लिखते हैं। इसके साथ ही Instagram और Facebook पर भी Poetnary के नाम से अकाउंट्स हैं।

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