खुशियां हमारी ज़िंदगी का एक सबसे एहम हिस्सा हैं। जिस इंसान की ज़िंदगी में खुशियां नहीं हैं उसकी ज़िंदगी, ज़िंदगी नहीं है। खुशियां ढूंढने के लिए इंसान क्या कुछ नहीं कर जाता। अपना सब कुछ देकर भी वो खुशी पाना चाहता है। लेकिन कई बार बड़ी खुशी के चक्कर में इंसान छोटी छोटी खुशियां भूल जाता है। ज़िंदगी में इन छोटी छोटी खुशियां भी उतनी ही ज़रूरी हैं जितनी ज़रूरी बड़ी खुशियां हैं।
यह पुस्तक "छोटी छोटी खुशियां" उन्हीं कुछ खूबसूरत पलों की यादों का समागम है। जिसे सभी सह लेखिकाओं और से लेखकों ने मिलकर पूरा किया है। आशा है की पाठकों को इसे पढ़ते समय कुछ "छोटी छोटी खुशियां" ज़रूर मिलेंगी।