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Vishva Me Ekmatra Vigyan-Jayee Dharma / विश्व में एकमात्र विज्ञान-जयी धर्म Swatantrata Ke Amrit Parv Par Ek Hindoo Ka Apne Rashtra Ko Upahaar / स्वतंत्रता के अमृत पर्व पर एक हिन्दू का अपने राष्ट्र को उपहार

Author Name: Vigyan Mitra | Format: Paperback | Genre : Educational & Professional | Other Details

एक भारतीय लेखक के द्वारा आधुनिक विज्ञान, योग विज्ञान और दर्शन शास्त्र को एक ही पृष्ठ पर लाने का यह प्रथम प्रयास है। इन सभी विषयों के संबंध में लेखक के ज्ञान की गहनता प्रशंसनीय है। कश्मीर के त्रिक दर्शन से प्रारंभ करते हुए, ऋषियों के द्वारा आख्यायित सत्य के ज्ञान और उनमें अग्रगण्य अगस्त्य के द्वारा प्रायोजित श्रीविद्या तंत्र को भी समाविष्ट करते हुए, तथा पिछली कुछ सदियों में बंग भूमि के ख्यातनामा सिद्ध गुरुओं के द्वारा की गई विस्तृत व्याख्याओं को भी सम्मिलित करते हुए, अंत में वे इस वस्तुस्थिति को भी संज्ञान में लाते हैं कि मानव और इस विश्व के यथार्थ के संबंध में इस एक ही ज्ञान का वितरण ईसा मसीह के द्वारा भी किया गया था। लेखक ने इस समस्त प्रकरण को इस प्रकार प्रस्तुत किया है, कि आधुनिक भौतिकी, रसायन एवं जैव शास्त्र भी एक और उच्चतर विज्ञान से स्वत: उत्पन्न होने वाले भविष्यत के समान ही प्रतीत होते हैं।   

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विज्ञान मित्र

अध्यात्म से संबंधित विषयों में अपनी युवावस्था के प्रारंभिक वर्षों से ही लेखक विज्ञान मित्र की गहन रुचि थी। जीवन के प्रति अपनी जिज्ञासा और समय-समय पर प्राप्त होने वाले रहस्यपूर्ण अनुभवों से प्रेरित होकर उन्होंने इस क्षेत्र के संबंध में विस्तृत अध्ययन एवं अन्वेषण किया है। एक प्रतिष्ठित कंपनी के मुख्य  संचालक के पद से सेवा-निवृत्त होने के पश्चात अब वे एकांत में रहकर ध्यान एवं चिंतन में अपना अधिकांश समय व्यतीत करते हैं। अपनी गहन व्यक्तिगत अंतर्दृष्टि के माध्यम से वे भारतीय दर्शन की एक ऐसी सारभूत विवेचना प्रस्तुत करने में सफल हुए हैं, जिसकी तुलना किसी अन्य एकल ग्रंथ से कर पाना कठिन होगा।    

 

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