हिमांशी गौतम का जन्म 2 अप्रैल 1993 को कानपुर शहर के शिवकटरा नगर में एक निचले मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ, पिता एक कुशल दर्जी थे जिनका देहांत दिसंबर 2021 को हो गया, माँ एक विद्वान एवं कार्य कुशल गृहणी है,जिनके जीवन के संघर्षो से लिखने की प्रेरणा मिली और जीवन में आत्मनिर्भरता भी मिली।
मैं मेरी तबाही का मंजर कैसे कहूँ मेरे ही घर समंदर है कैसे कहूँ ज्ज़बातो को कोई पन्नो पर उकेरता है मैं उन्ही पन्नो में कैद हूँ कैसे कहूँ भीड़ में तो हर चेहरा एक ही लगता है मैं उसी भीड़ में गुम हूँ कैसे कहूँ - " हिमांशी "...