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Aadhaa Fauji / आधा फ़ौजी

Author Name: Ashraf Jamal | Format: Hardcover | Genre : Literature & Fiction | Other Details

ये किताब कोई कहानी नहीं कहती, बल्कि बयान करती है — कुछ गुज़री हुई हक़ीक़तों को, कुछ बिखरे क़िस्सों को — जो कल्पना का लिबास ओढ़कर सामने आए हैं। वो वाक़िये, जो अलाव के चारों ओर बुज़ुर्गों ने सुनाए थे, अब मेरी ज़ुबानी — नए रंगों से सँवरकर और तसव्वुर के पंख लगाकर — आपको ले चलेंगे उस गाँव में, जहाँ ताड़ के पेड़ों से भूत भी लटकते हैं, और बंदूकें भी। जहाँ मज़ाक, मातम, ख़ुशी और दर्द का फ़र्क़ कई बार एक ही साँस में घुल जाता है। उस गाँव की मिट्टी की ख़ुशबू को बिखेरते हुए, मैंने एक कोशिश की है — उन फ़ौजियों की आवाज़ आप तक पहुँचाने की, जिन्हें हमारा समाज 'आधा फ़ौजी' कह सकता है... या शायद — कहता है।

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ashrafjamal92

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अशरफ़ जमाल

एस. एम. अशरफ़ जमाल एक आईटी प्रोफेशनल हैं, जो कि वाराणसी में जन्में और पले बढ़े। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट्रल हिन्दू स्कूल बी. एच. यू. और बी. टेक कानपुर विश्व विद्यालय से पूरा किया। बनारस की गलियाँ और आबो हवा आपके अंदर के सुख़नवर, लेखक और कलाकार को अपने आप जगा देती है और ये बनारस का ही असर था, जो उन्होंने कम उम्री में ही लिखना शुरू कर दिया था। उनकी शुरू से ही इतिहास को जानने और समझने में दिलचस्पी रही, लेकिन वो ऐतिहासिक घटनाओं को उसी काल खंड और उसी वक़्त के पैमानों पर जानना और समझना ज़्यादा पसंद करते हैं। गंगा घाट पर हिंदू मुस्लिम एकता की साझा संस्कृति में पले बढ़े होने का असर उनकी भाषा और लेखन में साफ़ झलकता है। 

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