इस सदी में भले ही मोहब्बत का दर्जा लोगो के दिलों मेंकम हो गया हो लेकिन हम शायरों की कलम और सहन से मोहब्बत कभी कम नहीं होती l मोहब्बत ही हमें बर्बाद करती है और मोहब्बत ही हमें आबाद करती है। लोगों को मोहब्बत मिल तो जाती हैं, मगर आसानी से नहीं किसी को सच्ची मिलती है, तो किसीको फरेबी। मैं इस किताब के जरिए लोगों में मोहब्बत फैलाना चाहती हू। मैंने इस किताब में अपने मोहब्बत के एहसासों को बयान किया है। कलम और पन्ने ये दोनो ऐसी चीज हैं जो किसी भी अल्फाज में जान डाल देते हैं। इस किताब “अहसास-ए-उल्फ़त” जिसका मतलब है “मोहब्बत का अहसास” में मोहब्बत के एहसासों का, जुनून का, जज्बातों का सफर बताया है।