हिंदी में फुलटुस इंटरमेंट नाटक नहीं के बराबर लिखे गये हैं। जरा आप ही दिमाग पर जोर डालें न! भारतेंदु का ^अंधेर नगरी*] हबीब तनवीर का ^चरणदास चोर* ! फिर\ आपकी सूची दस नाटकों से आगे बढ़ेगी] शक है।
इसके पहले कि यह नाटक आप पढ़ें या मंचित करें] स्पष्ट कर दूं कि इस में वह सबकुछ है जो एक फुलटुस इंटरटेनमेंट फिल्म में होता है। इसकी कहानी बिंदास अर्थात आउट ऑफ द बाक्स है] संवाद गुदगुदाने और झकझोरने वाले हैं और दृश्य फिल्मी हैं। लेकिन इसे पढ़कर या मंच पर देखकर आपको मजा जरूर आएगा] वह भी भरपूर मजा आएगा।
सुप्रसिद्ध साहित्यकार ओमप्रकाश मंजुल ने इस नाटक के ऊपर टिप्पणी करते हुए लिखा है&^श्री कुमार के नाटक को हंसी का खजाना कहा जाये तो अनुचित नहीं होगा। कभी-कभी हंसने के लिए पढ़ना बंद करना पड़ता है और पढ़ना बंद करके हंसना पड़ता है।’
यह नाटक एक युवा] बिंदास लड़की सेजल पर केंद्रित है जो अपने नेक कारनामों से तहलका मचा देती है। उसके काम में उसका सहयोग करते हैं कुछ भूत। इस नाटक में रैप सांग्स हैं] डांस हैं] ऐक्शन है] ड्रामा है] प्यार और रोमांस है और सबसे बड़ी बात है गजब का सस्पेंस है।
आपसे विनम्र निवेदन है कि आप इसे पढ़ें, मंचित करें और बताएं मैं अपने प्रयोग ‘फुलटुस इंटरटेनमेंट’ क्रिएट करने में कहां तक सफल हुआ हूं।