आलोचना कई बार लोगों को जीवन में बहुत पीछे कर देती है,आपका जीवन में ऊपर या नीचे होना इस बात पर निर्भर करता है कि, आलोचना को आप कैसे संभालते है।
आलोचक की बातें ध्यान से सुने उनकी बातें कड़वी जरुरी होती है, परन्तु उसमे से भी अच्छाई निकाल लेना आपको जीवन में आगे बढ़ा देता है।
आलोचक आपके दुश्मन नहीं बल्कि ये वो लोग है, जिन्हे अपने संभालना सीख लिया, तो ये लोग ही आपको जीवन में आपका सर्वश्रेष्ठ हासिल करने में मदद करेंगे।
जिस दिन आप यह समझ जाते है की ये आलोचक ही आपके जीवन में आपको आगे ले जाने में मदद करेंगे उस दिन से आप आलोचकों को देखने का नजरिया बदल देंगे। कई आलोचनाओं को सहने के बाद आप निखार जाते है, परन्तु कई लोग ऐसे होते है जो इन आलोचकों से उलझकर अपना जीवन अस्त-व्यस्त कर लेते है। जीवन में लोगो के सामने कई परेशानियां आती है, परेशानियां का आना स्वाभाविक है। जीवन बिना परेशानियों के असंभव है, इंसान का जन्म भी कई कठिनाईयों के बाद ही होता है ।
समस्याएं आये तो जीवन में कई लोग थक हार कर बैठ जाते है, परन्तु जीवन रुकने के लिए नहीं बना है। जीवन में समय किसी के लिए नहीं रुकता, यदि किसी अपने की मृत्यु भी हो जाये तब भी यह नहीं रुकता। जीवन के दोनों पहलु है सकारात्मक भी और नकारात्मक भी, सकारात्मक व्यक्ति इसे हर स्थिति में सकारात्मक रूप में देखते है, वहीं जो लोग नकारात्मक होते है वे हर स्थिति में नकारात्मकता ढूंढ ही लेते है।