Share this book with your friends

Ashaar Mere Kaba Se Zamaane Ke Liye Hain / अशआर मेरे कबसे ज़माने के लिये हैं

Author Name: SANJAY MOHAN BHATNAGAR | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

इस संकलन में 70 नज्‍़में ओर ग़ज्रलें हैं जो गत 37-38 वर्षों में समय समय पर लिखी गईं। लेकिन यह सच है कि कोई भी कविता हो, किसी भी भाषा में हो, उसका एक किरदार होता है, और कोई मौजूं होता है। ये बताना ज़रा मुश्किल है कि वो वक्‍त क्‍या था, वो मंज़रेखास क्‍या था जिसने मुझे ये लिखने का हौसला दिया।

पेशेखिदमत है यह किताब जिसमें दर्ज हैं बेचैन लम्‍हों की 70 दास्‍तानें .....

Read More...

Ratings & Reviews

0 out of 5 ( ratings) | Write a review
Write your review for this book
Sorry we are currently not available in your region.

Also Available On

संजय मोहन भटनागर

मध्‍य प्रदेश शासन में संयुक्‍त आयुक्‍त, सहकारिता के पद पर कार्यरत।

मध्‍य प्रदेश राज्‍य सेवा परीक्षा हेतु लेखक की निम्‍नलिखित दो पुस्‍तकें NotionPress से प्रकाशित हैं:

1.      मध्‍य प्रदेश पीएससी मेन्‍स परीक्षा (सामान्‍य अध्‍ययन III) हेतु गणित का प्रश्‍नोत्‍तर कोष

2.  कंप्यूटर एवं प्रौद्यौगिकी के मूल सिद्धांत और कंप्यूटर-प्रौद्यौगिकी में विकास के नवीनतम आयामों पर चर्चा

लेखक द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं में गणित, विज्ञान व अन्‍य प्रासंगिक विषयों के अध्‍यापन हेतु निम्‍नलिखित लिंक अनुसार दो यूट्यूब चैनल्‍स का संचालन किया जाता है:

https://www.youtube.com/@mathsacademy9999/videos

https://www.youtube.com/@Yes400Plus/videos

लेखक की पुस्‍तकें इस लिंक पर उपलब्‍ध हैं: 

https://notionpress.com/author/sanjaymohanb

लेखक के विषय में: www.linkedin.com/in/sanjaymohanb 

Read More...

Achievements

+1 more
View All