"बदलती सोच" एक ऐसी पुस्तक जिसमें प्रयास किया गया है रूढ़िवादिता, दकियानूसी विचार, बेबुनियाद दलीलों और पाश्चात्य से जुड़ी सोच में परिवर्तन करके उन्हें नए रूप में प्रस्तुत किए जाने का। हमारे समाज में आज भी कुछ कुप्रथाएं, कुंठाए जड़वंत रूप से अपना अस्तित्व ठोस बनाए हुए है जिन्हे मानव हित की दृष्टि से देखा जाए तो वह मानव के अहित और विनाश का कारण है इन्हीं परंपराओं को जहन में रखकर हमने आंशिक प्रयास किया है ऐसी सोच और कुरुतियों में कुछ बदलाव लाने का "बदलती सोच" के माध्यम से।बदलती सोच एक समावेश है नए विचारों, नए अनुभवों एवं नए प्रयासों का। जिसके भीतर प्रकाशित प्रत्येक रचना में आप नवीनता की अनुभूति करेंगे। हमारे प्रत्येक लेखक ने यह प्रयास किया है कि इस पुस्तक का हर वर्ण इस पुस्तक के नाम और उद्देश्य को पूर्ण कर सके और पढ़ने वाले की सोच में एक अमिट छाप छोड़ जाए ताकि उनकी सोच में कुछ बदलाव अवश्य ही हो।इस पुस्तक का एकमात्र उद्देश्य पढ़ने वालों के नजरिए में क्रांतिकारी परिवर्तन लाना है यदि इस पुस्तक के माध्यम से पाठकों की सोच में नवीनता आती है तो इस पुस्तक का संकलन सफल माना जाएगा। तो एक कदम बढ़ाते है "बदलती सोच" के साथ अपने नजरिए को बदलने की ओर।