आग्रह करना है कि मैं रामेन्द्र सिंह चौहान लेखक एवं पत्रकार हूं। करीब तीन दशक से लेखकीय पेशे में हूं। इस लेखकीय यात्रा के दौरान 'भारत दर्शन: दर्शनीय वास्तुशिल्प एवं राष्ट्रीय धरोहर" से ताल्लुक रखने वाले लेखों की एक श्रृंखला तैयार की है। इन 'भारत दर्शन: दर्शनीय वास्तुशिल्प एवं राष्ट्रीय धरोहर" के लेखों की पाण्डुलिपि आपके विचारार्थ प्रस्तुत है। अध्ययन एवं अवलोकन कर लेखो को पुस्तक के रूप में प्रकाशित करने की कृपा करें। यह लेख किशोर एवं युवाओं सहित सभी आयु वर्ग के पाठको के लिए रुचिकर एवं पठनीय होंगे। ऐसा मेरा विश्वास है। पाण्डुलिपि 'भारत दर्शन: दर्शनीय वास्तुशिल्प एवं राष्ट्रीय धरोहर" भारतीय पर्यटन को समर्पित है।
धन्यवाद