ये कहानी पूरी तरह से काल्पनिक है। इसका किसी भी व्यक्ति जाती से कोई सम्बन्ध नहीं है। ये मनोरंजन के लिए लिखी गई है किसी भी उम्र का व्यक्ति ये कहानी पढ़ सकता है। इस कहानी में नहीं किसी को नीचा दिखाने की कोशिश की गई है या नहीं दारू गुटका जैसे व्यसन को बढ़ावा दिया गया है। ये कहानी बुराई पे अच्छाई की जीत की कहानी है इसमें एक मुंबई का बड़ा उद्योगपति होता है और उसका बेटा दोनों का मुंबई पे नियंत्रण होता है। दूसरी और एक वकील होता है जो पहले उनके पक्ष में होता है लेकिन कुछ कारणवश वो उनसे अलग होता है और उनकी मृत्यु का कारण बनता है। ये एक रहस्यमय ब्रहमराक्षश की कहानी है जो कि उसको अलग तरीके से दर्शाने कि कोशिश की गई है। ये कहानी ज्यादा डराने वाली नहीं है पर रहस्यमय जरूर है।
ये मेरी पुस्तक के रूप में पहली कहानी है। इस कहानी की रचना करने में मुझे थोड़ी देर लगी क्युकी में इसे पहले ब्रहमराक्षश के बारे में कुछ भी नहीं जानता था जिसके लिए मुझे थोड़ा बहुत संशोधन करना पड़ा। ये कहानी मैंने बड़ी उम्मीदों से लिखी है आप लोगों के लिए इस कहानी को आप सब लोगों के प्रेम और आशीर्वाद की जरूरत है जो कि मुझे भरोसा है कि मिलेगा। में इस क्षेत्र में नया सा हु तो जायज़ सी बात है कि मुझ में कई कमियाँ होगी मेरी लिखावट में और मेरी कहानी के बंधारण में तो कृपया करके मेरी गलतियां कि और मेरा ध्यान दोहरे।
मेरी ये पहली पुस्तक रूप कहनी मेरे माता पिता के आशीर्वाद के बिना पूर्ण नहीं हो पाती। ये कहनी लिखने के दौरान कई लोगों ने मुझे सहकार दिया है उसमें मेरी बहनों और मेरे मित्रों का साथ खूब था उनके बिना में ये लिखने का साहस कभी नहीं करता। आखिर में इन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करता हूं।