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Chhote Shehar Ke Hain Janab / छोटे शहर के हैं जनाब

Author Name: Himanshu Dubey | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

'छोटे शहर के हैं जनाब' एक कविता संग्रह है जो की जीवन के विभिन्न दौर के अनुभवों का मिला जुला रूप है| इस संग्रह में प्रत्येक कविता एक नया किस्सा सुनाती है, एक नया अनुभव प्रस्तुत करती है। यह एक यात्रा है जो हमें अपनी जड़ों और भूली-बिसरी यादों की तरफ ले जाती है| इस संग्रह में शामिल कविताएँ उन लोगों से भी संवाद करती हैं जो किसी कारणवश अपने शहर से दूर चले गए हैं, और इस बात के लिए वे अकेला महसूस करते हैं। यह संग्रह उनकी यादों को ताज़गी से भर देता है और उन्हें उनके गुज़रे हुए जीवन के किस्से याद दिलाता है।

यह लेखक का पहला काव्य संग्रह है इसलिए इस किताब कि नज़्मे इक ताज़गी का एहसास कराती है यह कविताएं बहुत ही सरलता और सादगी से लिखी गई हैं, पाठकों को अपने जीवन के कई पहलुओं में सहजता से इनका जुड़ाव मिलता है। लेखक ने अपनी शैली में सादगी और संवेदनशीलता को महसूस कराया है, जो पाठकों का मन मोह लेता है। आप एक शांत शाम में अपनी आत्म-संवाद के साथ या आत्म-खोज में गुमनाम होने की भावना के साथ इस संग्रह का आनंद ले सकते हैं।

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हिमाँशु दुबे

हिमाँशु दुबे , मध्य प्रदेश के सागर में निवास करने वाले, एक सीएस हैं। उनके कविता संग्रह में व्यक्तिगत अनुभव, भावनाएं और विचारों का सजीव वर्णन है। उनकी कविताएं प्रकृति, संवेदनशीलता और मानवीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं को छूती हैं। उनके कविता संग्रह में जीवन की छोटी-छोटी खुशियों, दुःख, प्रेरणा और आत्म-विश्वास के सुंदर संवाद हैं। यह कविताये उन्होंने जीवन के विभिन्न दौर में लिखी है जिनकी झलक इस संग्रह में देखी जा सकती है।
 इन्हें ईमेल के माध्यम से संपर्क किया जा सकता है: cshimanshudubey@gmail.com (@cs_himanshu_raahi) 

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