दिव्यदृष्टि या दैवीय हस्तक्षेप! - पूर्वसंज्ञानात्मक अपसामान्य सत्य-जीवन के अनुभवों का एक आख्यान! - बचपन से ले कर आज तक, लेखक अत्यधिक दिव्यदृष्टा था, लेकिन उसने कभी भी ना तो इस शब्द / अनुभव के सही अर्थ को गंभीरता से समझा और ना ही जीवन में इसके निहितार्थ को समझा। लेकिन जैसे-जैसे वह बड़ा हुआ, उसके जीवन में इन घटनाओं की शृंखला बढ़ने लगी, और उसे सोचने पर मजबूर कर दिया दिव्यदृष्टि या दैवीय हस्तक्षेप के बारे में ज्यादा अन्वेषण करने के लिए। वह इन अनुभवों की परिभाषा में इन अनुभवों के वैज्ञानिक आधार के प्रमाणीकरण के साथ, आप सभी के साथ साझा करना चाहते हैं। आइए इसे स्वयं अनुभव करें!