शोषित के भगवान, विश्व रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर रचित व निर्मित भारत का वर्तमान संविधान एक ऐसा विश्व प्रसिद्द लोकतांत्रिक संविधान है जिसमें जनता अपने शासक का चयन स्वयं वोट देकर करती है। यह शासक भी जनता द्वारा चुनी हुई विधायिका के आधीन रहकर ही कार्य कर सकता है और विधायिका का विश्वास खो देने पर उसे अपने पद को भी खोना पड़ता है। फिर वह विधायिका जनता के लिए दूसरे शासक का चयन करती है। इस विधायिका को भी प्रत्येक पांच वर्ष के बाद पुनः जनता का विश्वास प्राप्त करने के लिए जनता के द्वार पर जाना पड़ता है।