इस पुस्तक का नाम दस्तूर (अधूरी प्रेम कहानी) लिया गया है | दस्तूर मतलब परंपरा, नियम आदि | आजकल समाज में ज्यादातर प्रेम की आड़ में अश्लीलता ,फूअरता जगह जगह देखने को मिलती है खासकर भारतवर्ष में विदेशी संस्कृति को अपनाकर, प्रेम का अर्थ ही प्रेम की भाषा ही बदल दी है | दुनिया भर में वन साइडेड लव स्टोरी भरी पड़ी है , उन्हीं में से यह एक सत्य घटना पर आधारित प्रेम की त्याग रूपी परीक्षा और परिणाम पर आधारित है इस पुस्तक में नायक और नायिका के अपने अपने प्रेम के अनुभव को दर्शाया है | साथ ही इस में सफलता को प्राप्त करते हुए प्रेम की तरफ अग्रसर होना दर्शाया है जो कहीं से कहीं तक सही भी है | इस कहानी के माध्यम से नव युवा पीढ़ी में एक सोच का संचार हो और दस्तूर नामक अधूरी प्रेम कहानी से प्रेरणात्मक अनुभव प्राप्त हो |