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Digest 3 / डाइजेस्ट 3

Author Name: Khwaab | Format: Paperback | Genre : Poetry | Other Details

एक रोज़ गले लगने की ख्वाईश में खुद को आईने में झाँकता...

वो अँधेरा सा कमरा...

धूल भरी अलमारी में बस कुछ परदे के पीछे छुपाता...

वो अँधेरा सा कमरा...

तमाम वो बातें जो दीवारों तक रह गईं ख़ामोश हो कर...

उन ख़ामोशियों के शोर में गूँजता...

वो अँधेरा सा कमरा...

रात के मुसाफिरों के लिए एक पनाह-गार...

वो अँधेरा सा कमरा...

वो मेरा कमरा।।

 -पियूष त्रिवेदी

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ख्वाब

वे एक प्रसिद्ध लेखक और कवि भी हैं । उनके लेखन में ज्यादातर प्रेम, घृणा, अकेलापन और कुछ व्यावहारिक सामाजिक मुद्दे शामिल हैं । वह हर छोटे लेखक के लिए खुद को प्रस्तुत करने के लिए एक बेहतर मंच प्राप्त करना संभव बनाते है । वह वर्तमान में जमशेदपुर, झारखंड में रहता है।

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