"द्रौपदी के कड़वे मीठे" कृति संस्मरणों व आलेखों का एक ऐसा संकलन है, जिसकी रचना लोकहित को सर्वोपरि मानकर की गई है। यह कृति सत्यता पर आधारित है। इस कृति में कई समस्याओं पर भी प्रकाश डाला गया है, चाहे वह सामाजिक हो, राजनीतिक हो, पारिवारिक हो या आर्थिक। यह कृति ज्ञानवर्धक, भावपूर्ण, मार्मिक होने के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने वाले व प्रेरक हैं। मुझे यह पूर्ण विश्वास है कि इसे पढ़कर पाठक निश्चतरूप से प्रभावित होंगे, साथ-ही-साथ प्रेरित भी होंगे।